illegal sand mining in narsingghpur
गोटेगांव .नर्मदा परिक्रमा कार्यक्रम के दौरान मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान गोटेगांव तहसील के बरमकुंड नर्मदा तट पर पहुंचे थे और यहां पर आयोजित धार्मिक आयोजन में मुख्यमंत्री ने इस तट को सिद्ध तट बताते हुए इसको विकसित करने का भरोसा मौजूदा सदस्यों को दिया था। जिस नर्मदा तट बरमकुंड को मुख्यमंत्री ने सिद्ध घाट बताया था। वहां पर पानी के अंदर मौजूद रेत को बाहर निकालने के लिए व्यापक स्तर पर अवैध रेत खुदाई का कार्य किया जा रहा है।
नर्मदा जयंती पर भक्तों के द्वारा यहां पर मॉ के आंचल में चुनरी अर्पित करके अपनी आस्था प्रगट की थी वह चुनरी उतरी ही नहीं है और रेत माफियां ने दिन रात रेत की निकासी का कार्य जारी कर दिया। जिले के प्रभारी मंत्री कमल पटैल ने अवैध रेत उत्खन्न करने वालों के खिलाफ कमिश्नर को पत्र अवश्य दिखा है।मगर उसका अवसर कहीं पर भी देखने को नहीं मिल रहा है।
यहां पर हो रही खुदाई
इस बरमकु ंड में गोटेगांव तहसील साईड रेत नहीं होने पर बुधवार घाट से रेत की निकासी करने वाले दूसरी साईड पहुंच गए।जबलपुर जिले के बेलखेड़ा पुलिस थाना के बेलखेड़ा गांव के पास से अपने वाहनों को प्रवेश करके बरमकुंड तक ला रहे है और यहां पर पानी के अंदर मौजूद रेत को बाहर निकालने के लिए तीन नौकाओं में मोटर रख कर रेत को बाहर निकाल रहे हैं और यहां पर खड़ी हुई पोकलेंड मशीन आने वाले हाईवा को भर कर बिना रायल्टी चुकाए जबलपुर पहुंचा रहे हंै।
बना दी नर्मदा में सड़क
बरमकुंड घाट से कुछ ही दूरी पर दूसरी जगह पर अलग से रेत की निकासी का कार्य चल रहा है।यहां पर नर्मदा नदी के बीच में सड़क का निर्माण कर दिया गया है।जिस पर से रेत से भरे हुए हाईवा निकलते हैं। यहां पर भी पोकलेंड मशीन और नौका मशीन सक्रिय है। व्यापक स्तर पर दिन रात होने वाले अवैध उत्खन्न से जबलपुर एवं नरसिंहपुर का प्रशासन खामोश है।
धनलक्ष्मी ने लगाए नाके
गोटेगांव से जबलपुर बिना रायल्टी की रेत जा रही थी।जब से धनलक्ष्मी रेत ठेकेदार ने अपना नाका झांसीघाट और भंडरी गांव के पास लगाया है तब से रेत निकलने वाले वाहनों से रायल्टी की राशि वसूली जाने लगी तो रेत माफिया जबलपुर जिले के पावला और बेलखेड़ी तट पर पहुंच गए और वहां से व्यापक स्तर पर अवैध तरीके से रेत की निकासी मिलीभगत से करने लगे। यहां पर कुछ दिनों पूर्व गोटेगांव के एक हाईवा चालक की गोली मार कर हत्या की घटना घटित हो चुकी थी। जिसमें सांकल के देवीङ्क्षसह लोधी को पुलिस ने गिरफ्तार करके रासुका लगाई है तब से विरोध करने वालों के हौंसले पस्त हो गए है और प्रशासन के नुमाइंदे मोटी रकम के आगे नतमस्तक है।