शोभाराम पटेल- लोग कोरोना को लेकर ङ्क्षचतित हैं पर इससे जुड़ी हर खबर पढऩा चाहते हैं। उन्हें सुबह पत्रिका का इंतजार रहता है।
पीयूष पटेल- शहर कोरोना की वजह से बंद है पर पाठकों के घर के दरवाजे पत्रिका के लिए खुले हैं लोग अखबार पढऩा चाहते हैं।
देवी पटेल- पूरा शहर कोरोना से डरा हुआ है पर अखबार को लेकर लोगों में इसका डर नहीं है लोग पत्रिका से जुड़े रहना चाहते हैं।
आकाश मेहरा- शहर के लोग पहले की तरह अखबार पढना चाहते हैं, इस मुश्किल घड़ी में पत्रिका समाचार पत्र का वितरण लगातार जारी है।
रोहित प्रजापति- बाजार बंद मंदिर बंद, सब कुछ बंद पर अखबार का वितरण चालू है कोई बंद नहीं कर सकता क्योंकि पाठक फोन कर अखबार मंगा रहे हैं।
दीनानाथ बोस्कर-कोरोना जैसी महामारी के बीच पाठकों का पत्रिका से नाता नहीं टूटा है, हम हर सुबह पाठकों के घर घर अखबार पहुंचा रहे हैं।
पीयूष पटेल- शहर कोरोना की वजह से बंद है पर पाठकों के घर के दरवाजे पत्रिका के लिए खुले हैं लोग अखबार पढऩा चाहते हैं।
देवी पटेल- पूरा शहर कोरोना से डरा हुआ है पर अखबार को लेकर लोगों में इसका डर नहीं है लोग पत्रिका से जुड़े रहना चाहते हैं।
आकाश मेहरा- शहर के लोग पहले की तरह अखबार पढना चाहते हैं, इस मुश्किल घड़ी में पत्रिका समाचार पत्र का वितरण लगातार जारी है।
रोहित प्रजापति- बाजार बंद मंदिर बंद, सब कुछ बंद पर अखबार का वितरण चालू है कोई बंद नहीं कर सकता क्योंकि पाठक फोन कर अखबार मंगा रहे हैं।
दीनानाथ बोस्कर-कोरोना जैसी महामारी के बीच पाठकों का पत्रिका से नाता नहीं टूटा है, हम हर सुबह पाठकों के घर घर अखबार पहुंचा रहे हैं।