कायस्थ समाज ने मनाई शास्त्री जयंती, मंदिर परिसर में की सफाई
नरसिंहपुरPublished: Oct 02, 2021 09:22:19 pm
कायस्थ समाज सदैव राष्ट्र हित की चिंता करता है। लाल बहादुर शास्त्री श्रीवास्तव परिवार में जन्मे थे पर उन्होंने काशी विद्यापीठ से शास्त्री की उपाधि प्राप्त करने के बाद श्रीवास्तव सरनेम त्याग दिया एवं स्वयं को शास्त्री लिखना प्रारंभ कर दिया।
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नरसिंहपुर. कायस्थ समाज सदैव राष्ट्र हित की चिंता करता है। लाल बहादुर शास्त्री श्रीवास्तव परिवार में जन्मे थे पर उन्होंने काशी विद्यापीठ से शास्त्री की उपाधि प्राप्त करने के बाद श्रीवास्तव सरनेम त्याग दिया एवं स्वयं को शास्त्री लिखना प्रारंभ कर दिया। सादगी, दृढ़ निश्चय, कर्मठता की मिसाल शास्त्री में कूट कूट कर भरी थी। उनकी सादगी के किस्से आज जन जन में व्याप्त हैं । कायस्थ समाज ने सदैव राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखा है चाहे वह राजेंद्र प्रसाद हों, सुभाष चंद्र बोस हों ,विवेकानंद हों या लोकनायक जयप्रकाश नारायण हों। सभी कायस्थ सामाजिक विसंगतियों को दूर करने समाज को जागरूक करें लेकिन हमारे लिए देश सर्वोच्च प्राथमिकताओं में रहे। उक्त आशय के विचार विगत दिवस जिला कायस्थ सभा के द्वारा देव श्रीचित्रगुप्त मंदिर एवं मंगल भवन यादव कॉलोनी में वक्ताओं ने व्यक्त किए। बैठक की अध्यक्षता जिला कायस्थ सभा अध्यक्ष अजय श्रीवास्तव ने की। शास्त्री जयंती के बाद मंगल भवन की मरम्मत की कार्य योजना भी बनाई गई। बैठक का संचालन विवेक सक्सेना ने किया। बैठक में अंशुल ब्यौहार, संजय श्रीवास्तव,वैभव श्रीवास्तव, सतेंद्र खरे, अनीता खरे,इंजी.राजेश श्रीवास्तव,आशुतोष वमा, आनन्द प्रकाश श्रीवास्तव,गिरीश सक्सेना, सरोज सक्सेना,संतोष श्रीवास्तव,दीपक श्रीवास्तव,संतोष ऊमरे आदि प्रमुख रूप से शामिल हुए।