केस-२ जिले में 6 अगस्त को 7 कोरोना पॉजिटिव मरीज और डिस्चार्ज हुये। इनमें से दो मरीज जिला अस्पताल से और 5 मरीज कोविड केयर सेंटर तेंदूखेड़ा से स्वस्थ होने पर घरों के लिए रवाना किए गए। इन्होंने बताया कि घर भेजने से पहले उनका टेस्ट नहीं कराया गया।
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जिले में कोराना मरीज की दूसरी जांच किए बिना ही उसे डिस्चार्ज किया जा रहा है। जिससे इस बात का पूरी तरह से पता नहीं चल पाता कि मरीज उपचार के बाद पूरी तरह ठीक हुआ या नहीं। मरीज की दूसरी जांच करने के बाद उसकी रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही उसे अस्पताल से डिस्चार्ज किया जाना चाहिए।
डॉ.संजीव चांदोरकर, हृदय रोग विशेषज्ञ
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कोरोना मरीजों के उपचार एवं जांच को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने नई गाइडलाइन जारी की है। जिसके मुताबिक अब मरीज को भर्ती करने के बाद उसका पूरा उपचार किया जाता है। यदि उपचार के बाद उसमें कोरोना संक्रमण के लक्षण नहीं हैं तो उसकी दोबारा कोरोना जांच करने की जरूरत नहीं है। उसे घर भेजकर एक सप्ताह के लिए होम क्वारंटीन किया जाता है। उपचार के बाद भी यदि मरीज में कोरोना संक्रमण के लक्षण नजर आते हैं तो उसका फिर से कोरोना टेस्ट कराया जाता है।
डॉ.अनीता अग्रवाल, सिविल सर्जन
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