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बिना जांच के किया जा रहा कोराना मरीजों को डिस्चार्ज

locationनरसिंहपुरPublished: Aug 09, 2020 07:52:08 pm

Submitted by:

ajay khare

नरसिंहपुर. जिले में जहां कोरोना के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं वहीं मरीजों को अब दूसरी कोरोना जांच कराए बिना घर भेजा जा रहा है। जिससे एक ओर मरीजों में अपने उपचार को लेकर संशय पैदा हो रहा है वहीं दूसरी ओर उनके परिजन व पड़ोसी भी डर रहे हैं

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पत्रिका इंडेप्थ स्टोरी.अजय खरे.नरसिंहपुर. जिले में जहां कोरोना के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं वहीं मरीजों को अब दूसरी कोरोना जांच कराए बिना घर भेजा जा रहा है। जिससे एक ओर मरीजों में अपने उपचार को लेकर संशय पैदा हो रहा है वहीं दूसरी ओर उनके परिजन व पड़ोसी भी डर रहे हैं। जबकि स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि यह सब विश्व स्वास्थ्य संगठन की नई गाइडलाइन के अनुसार किया जा रहा है। अब दूसरी जांच और निगेटिव रिपोर्ट जरूरी नहीं है।
कोरोना मरीजों की जांच एवं उपचार को लेकर नई व्यवस्था के तहत यहां कई दिनों से मरीज को घर भेजने के पहले उसकी दूसरी बार कोरोना जांच नहीं की जा रही है। यदि मरीज में कोरोना के कोई लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं तो उसे घर भेजकर उसे ७ से १० दिन तक होम क्वारंटीन किया जा रहा है। इससे मरीजों और उनके परिजनों मेंं अपनी बीमारी के पूरी तरह ठीक होने को लेकर संशय बना रहता है। दूसरी ओर उसके पड़ोसी भी सशंकित रहते हैं कि मरीज पूरी तरह कोरोना संक्रमण मुक्त हुआ भी है या नहीं और वे कोरोना संक्रमण को लेकर डरे रहते हैं। जबकि इससे पहले कोरोना मरीज को कोविड केयर सेंटर में भर्ती करने के बाद ७ से १४ दिन तक उसका उपचार किया जाता था। इस दौरान उसका दूसरी बार कोरोना टेस्ट कराया जाता था और मरीज की रिपोर्ट कोरोना निगेटिव आने पर उसे घर भेजा जाता था।
केस-१ कोविड केयर सेंटर बालिका छात्रावास पीजी कॉलेज नरसिंहपुर से ७ अगस्त को 2 कोरोना पॉजिटिव मरीज डिस्चार्ज किए गए। इन्होंने बताया कि उन्हें घर भेजने से पहले उनका कोरोना टेस्ट नहीं कराया गया जिससे इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी कि वे अब पूरी तरह रोगमुक्त हो सके हैं या नहीं। डॉक्टरों ने लक्षण के आधार पर उनसे कहा कि वे अब संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और स्वस्थ हो गए हैं।
केस-२ जिले में 6 अगस्त को 7 कोरोना पॉजिटिव मरीज और डिस्चार्ज हुये। इनमें से दो मरीज जिला अस्पताल से और 5 मरीज कोविड केयर सेंटर तेंदूखेड़ा से स्वस्थ होने पर घरों के लिए रवाना किए गए। इन्होंने बताया कि घर भेजने से पहले उनका टेस्ट नहीं कराया गया।
वर्जन
जिले में कोराना मरीज की दूसरी जांच किए बिना ही उसे डिस्चार्ज किया जा रहा है। जिससे इस बात का पूरी तरह से पता नहीं चल पाता कि मरीज उपचार के बाद पूरी तरह ठीक हुआ या नहीं। मरीज की दूसरी जांच करने के बाद उसकी रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही उसे अस्पताल से डिस्चार्ज किया जाना चाहिए।
डॉ.संजीव चांदोरकर, हृदय रोग विशेषज्ञ

वर्जन
कोरोना मरीजों के उपचार एवं जांच को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने नई गाइडलाइन जारी की है। जिसके मुताबिक अब मरीज को भर्ती करने के बाद उसका पूरा उपचार किया जाता है। यदि उपचार के बाद उसमें कोरोना संक्रमण के लक्षण नहीं हैं तो उसकी दोबारा कोरोना जांच करने की जरूरत नहीं है। उसे घर भेजकर एक सप्ताह के लिए होम क्वारंटीन किया जाता है। उपचार के बाद भी यदि मरीज में कोरोना संक्रमण के लक्षण नजर आते हैं तो उसका फिर से कोरोना टेस्ट कराया जाता है।
डॉ.अनीता अग्रवाल, सिविल सर्जन
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