चयनित छात्र छात्राओं का नहीं कोई रिकार्ड
कोचिंग संचालित कराने वाले अधिकारी इस बात का दंभ जरूर भरते हैं कि कई छात्र छात्राएं अलग अलग परीक्षाओं में चयनित हुए हैं पर उनके पास उन चयनित छात्र छात्राओं के नाम और किसी तरह का कोई रिकार्ड तक नहीं हैं। ऐसे में सवाल खड़े होना लाजिमी है कि जब नाम और जानकारी नहीं तो किस आधार पर छात्र छात्राओं की सफलता का दावा कर रहे हैं। लोग यह चर्चा करने लगे हैं कि कोचिंग तो जरूर चल रही है पर परिणाम सामने नहीं आ रहे।
उड़ान कोचिंग जिले में 6 मार्च 2017 को शुरू की गई थी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर सभी जिलों की तरह इस जिले में भी उड़ान कोचिंग का शुभारंभ बड़े जोर शोर और प्रचार प्रसार के साथ किया गया था। कोचिंग में छात्र-छात्राओं के बैठने के लिए उत्तम व्यवस्था है वहीं उनके लिए कंप्यूटर लाइब्रेरी की भी व्यवस्था की गई है लेकिन कोचिंग में विषय विशेषज्ञ न होने और कुछ सरकारी अधिकारियों द्वारा कोचिंग में एक दो दिन आकर अपना ज्ञान बघार कर चले जाने की वजह से छात्र छात्राओं को किसी तरह का कोई लाभ नहीं मिल रहा है । जानकारी के अनुसार कोचिंग कक्षाएं सुबह 8 बजे से 10 बजे तक लोक सेवा आयोग की परीक्षा के लिए, 10.30 से 11.30 बजे तक इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स के लिए और दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक और शाम 5 बजे से 7.15 बजे तक लगाई जा रही हैं।
यहां कोचिंग लेने वाले कई छात्र छात्राएं अलग अलग परीक्षाओं में चयनित हुए हैं पर उसका किसी तरह का कोई रिकार्ड हमारे पास उपलब्ध नहीं है। जिले के सभी वर्ग के छात्र छात्राओं को इस कोचिंग का लाभ मिल रहा है।
हरिओम पाठक, उड़ान कोचिंग प्रभारी