नरसिंहपुर

दो दवा दुकानों के लायसेंस 15 दिन के लिए निलंबित

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अनीता अग्रवाल के निर्देशानुसार औषधि निरीक्षक और संयुक्त टीम ने शहरी क्षेत्र के इतवारा बाजार स्थित औषधि दुकानों का निरीक्षण किया ।

नरसिंहपुरJun 29, 2019 / 04:15 pm

ajay khare

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नरसिंहपुर. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अनीता अग्रवाल के निर्देशानुसार औषधि निरीक्षक और संयुक्त टीम ने शहरी क्षेत्र के इतवारा बाजार स्थित औषधि दुकानों का निरीक्षण किया । इस दौरान कुछ औषधि दुकानों में औषधि एवं सौंदर्य प्रसाधन सामग्री अधिनियम 1940 नियमावली 1945 का पालन नहीं होने और विभिन्न अनियमितताएं पाए जाने पर प्रकरण तैयार किए गए। औषधि अनुज्ञापन अधिकारी मनीषा धुर्वे ने दो प्रतिष्ठानों के लाइसेंस निलंबित कर दिए। साईं कमल मेडिकल स्टोर्स राजीव वार्ड नरसिंहपुर और कमल मेडिकल एजेंसी राजीव वार्ड नरसिंहपुर के लाइसेंस 15 दिन के लिए निलंबित किए हैं । जिले के अंतर्गत संचालित सभी औषधि विक्रेताओं को निर्देशित किया गया है कि वह दुकान का संचालन नियमानुसार करें।

स्वास्थ्य विभाग ने की निपाह वायरस से सतर्क रहने की अपील
नरसिंहपुर. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने निपाह वायरस से सतर्क रहने की अपील की है । उन्होंने बताया है कि यह वायरस एक संक्रामक और उभरते हुई जूनोटिक बीमारी है । यह बीमारी भारत में 2001 से 2007 के दौरान देखने में आई । पश्चिम बंगाल और पड़ोसी देश बांग्लादेश में इसके कुछ प्रकरण सामने आए। पिछले साल केरल राज्य में कुछ प्रकरणों में लोगों की मृत्यु हो गई थी । उन्होंने बताया है कि यह बीमारी बड़ी चमगादड़ में पाई जाती है । इस बीमारी से चमगादड़ की मृत्यु नहीं होती लेकिन चमगादड़ द्वारा कुतरे हुए एवं खाए हुए फलों के टुकड़ों को सूअरों द्वारा खाए जाने पर सूअरों को बीमारी हो जाती है । उन्होंने कहा कि जिस पेड़ पर बड़ी संख्या में चमगादड़ रहते हों उस स्थान पर न जाएं एवं उसका फल भी न खाएं । जिससे इलाके में ताड़ी का पेड़ एवं रस निकाले जाते हों उन स्थानों पर विशेष ध्यान रखा जाए। इसके पीडि़त होने से तेज बुखार, सिर दर्द, बदन दर्द, खांसी, सांस लेने में तकलीफ , बेचैनी, सुस्ती और उल्टी दस्त की शिकायत होती है। इस बीमारी की जांच की सुविधा नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलॉजी पुणे में है । बीमारी होने के 4 दिन के भीतर जांच के लिए नमूने भेजे जाते हैं । यदि कोई संदिग्ध मरीज उपचार के लिए आता है तो इसकी जानकारी 48 घंटे के अंदर आईडीएसपी के जिला सर्विलेंस यूनिट में डॉ.गुलाब खातरकर को दी जाए।
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