तहसील भर में अनेक स्कूलों, छात्रावासों की राह कीचड़ के साए में
नरसिंहपुरPublished: Aug 05, 2018 05:07:23 pm
कीचड़ से मुश्किल हो रही स्कूलों की डगर
गाडरवारा-सांईखेड़ा। सरकार द्वारा शिक्षा पर हर साल करोड़ों रुपए खर्च किए जाते हैं। लेकिन इसके बाद भी स्कूलों की हालत में खास सुधार नहीं आता। वर्तमान में तहसील भर में नाममात्र की बरसात हुई है तथा सूखे जैसे हालात बने हैं। इसके उपरांत भी अनेक सरकारी स्कूलों की डगर कीचड़ के चलते मुश्किल हो रही है। गांवों की बात छोड़ें नगर परिषद स्तर के कस्बों तक के हाल बेहाल बने हुए हैं। पत्रिका ने अपने सामाजिक सरोकार के भाव से नगर परिषद क्षेत्र साईंखेड़ा के स्कूलों की डगर का जायजा लिया तो चारों ओर बदहाली नजर आई। बीते दिनों शासकीय उत्कृष्ट उमावि के मैदान में कीचड़ की खबर से बच्चें को हो रही परेशानी बताई जा चुकी है। ऐसे ही नगर में अन्य जगहों भी बच्चों की स्कूली डगर मुश्किल है। बानगी के लिए मेनरोड से खिरका मोहल्ला जाने वाली रोड पर प्राथमिक बालक शाला है। उसके बाजू में भारी कीचड़ मचा है। उसके बाद खिरका मुहल्ला जाने वाली रोड पर भारी दलदल मचा है। वहीं पर खिरका मोहल्ला में टोला प्राथमिक शिक्षा गारंटी शाला के सामने भी कीचड़ है। इसी दलदल कीचड़ से गल्र्स छात्रावास की छात्राएं रोज निकल कर जा रही हैं। श्मशान घाट भी इसी रास्ते से जाते हैं। छात्रावास की छात्राओं ने बताया कि हमको इस कीचड़ से गुजर कर जाना पड़ता है, बहुत परेशानी होती है। रोड पर एवं छात्रावास के सामने नगर परिषद द्वारा नगर का इक_ा किया गया कचरा डाला जाता है जिससे बदबू आ रही है एवं अक्सर मरे जानवर भी वहीं डाल देते हैं। जिससे छात्रावास की छात्राओं को बहुत दिक्कत हो रही है। छात्रावास डूब क्षेत्र में आता है, जरा सा पानी बरसते ही क्षेत्र तालाब बन जाता है। छात्रावास के सामने नगर परिषद द्वारा फेंके कचरे एवं मरे जानवरों से बहुत बदबू एवं गंदगी फैल रही है। छात्रावास के अधीक्षक एवं छात्राओं ने प्रतिनिधि को बताया कि वह सीएमओ को अवगत करा चुके हैं। लेकिन आश्वासन के उपरांत भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीण अंचलों से मिली जानकारी के मुताबिक ऐसे ही हाल अन्य जगहों पर बने हुए हैं। जबकि जिले में स्वच्छता सर्वेक्षण ग्रामीण एक से 30 अगस्त तक जारी है।