कई स्कूल मिले बंद
मनमानी : परीक्षा ड्यूटी के बहाने शिक्षक गायब, बंद स्कूलों की जांच करने अभिभावकों ने की मांग

नरसिंहपुर। शासकीय प्राथमिक और माध्यमिक शाला में कार्यरत कुछ शिक्षक परीक्षा ड्यूटी की आड़ में स्कूल नहीं आ रहे हैं, जिससे शाला में ताला लटका रहता है, जबकि अन्य स्थलों की उक्त शाला में शिक्षक बच्चों को अध्ययन करा रहे हैं।
शिक्षा विभाग का कहना है कि जिस दिन बच्चों का पेपर नहीं रहता है, उस दिन शाला के शिक्षक को शाला में रह कर बच्चों को अध्ययन कराना जरूरी है। वह किसी भी दिन शाला भवन में ताला नहीं लगा सकता है। पत्रिका प्रतिनिधि ने शुक्रवार को नोनपिपरिया, सिरकोना, गढपेरा, नादिया, चांदनखेडा, खमरिया, पिपरसरा गांव के शासकीय प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों का अवलोकन किया तो इन गांवो में नादिया गांव के शासकीय प्राथमिक और माध्यमिक शाला में ताला लटका मिला। यहां पर कार्यरत शिक्षक नहीं आए थे, जिसके कारण बच्चे शाला में नही थे। यहां पर सिर्फ आंगनबाड़ी केन्द्र खुला हुआ था। उक्त शाला में ताला लटका होने के कारण हर दिन बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन बनाने वाले किचिन शेड में भी नादिया में ताला लटका हुआ था। इसी प्रकार नोन पिपरिया के टोला सॉकली शासकीय प्राथमिक शाला मेें भी ताला लटका हुआ था। ग्रामीणों ने बताया कि यह स्कूल कभी कभार ही खुलता है। अन्य गांव की शालाएं खुली हुई थीं, वहां पर कार्यरत शिक्षक शाला कक्ष में बच्चों को बैठाकर अध्ययन कराते मिले।
इस संबंध में ब्लॉक शिक्षा अधिकारी केके मेहतो का कहना है कि जिन स्कू लों में शुक्रवार को ताला लटका हुआ था उनको नोटिस जारी करके उनसे कारण पूछा जाएगा। जो संतोषजनक जबाव नहीं देगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। परीक्षा के दौरान किसी भी शाला को बंद नहीं रखा जा सकता है।
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