गौरतलब है कि शुक्रवार को प्रशासनिक दक्षता को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से विकासखंड की ग्राम पंचायतों में जाकर जिला प्रमुख अधिकारियों ने ग्राम पंचायत, सरकारी स्कूल, आंगनबाड़ी, छात्रावासों व अन्य शासकीय कार्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों का क्या फीडबैक रहा, क्या सुधार की आवश्यकता है। इसी तारतम्य में कलेक्टर ने सोमवार को विस्तार से जानकारी ली और आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए।
पौनिया डोंगरिया गये अधिकारियों के दल ने बताया कि सहायक शिक्षक मनोहर दुबे मध्यान्ह भोजन के लिए प्रदत्त सिलेंडर एवं चूल्हा अपने घर में रखे हुये हैं। इसके अलावा स्कूल नहीं आते एवं शाला परिसर में पर्याप्त साफ. सफाई का अभाव है। उक्त जानकारी को संज्ञान में लेकर सहायक शिक्षक दुबे को निलंबित करने के निर्देश डीपीसी को दिये। प्राथमिक शाला कुम्हड़ाखेड़ा में पदस्थ शिक्षक राकेश श्रीवास द्वारा बच्चों के शिक्षा उन्नयन कार्यक्रम के अंतर्गत वर्क बुक ठीक से जांची नहीं गई। साथ ही बच्चों में शिक्षा का स्तर संतोषजनक नहीं पाये जाने पर उक्त शिक्षक को निलंबित किये जाने के निर्देश दिये गए।
नगवारा के पटवारी पर गिरी गाज
ग्राम नगवारा में पटवारी प्रदीप यादव के मौजूद नहीं रहने व फौती, नामांतरण के 72 प्रकरण अभी तक लंबित रहने की रिपोर्ट पर कलेक्टर ने अनुभाग राजस्व अधिकारी जीसी डेहरिया को पटवारी यादव को निलंबित करने के निर्देश दिये। बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिये कि पटवारी अपने हल्का मुख्यालय पर रहेंगे। इसके अलावा जिन कर्मचारियों ने उत्कृष्ट कार्य किया है उन्हें सम्मानित भी किया जायेगा।
एएनएम पर कार्रवाई
बैठक में उमरिया गये अधिकारियों के दल ने बताया कि उप स्वास्थ्य केन्द्र उमरिया की एएनएम मिथिलेश बोरिया द्वारा टीकाकरण के कार्य में कोई रुचि नहीं दिखाई गई। साथ ही निरीक्षण के दौरान मौके पर अनुपस्थित थी। अप्रैल माह में प्रसूति सहायता योजना के प्रकरण में उनके द्वारा प्रकरण बिना हस्ताक्षर के ही भेज दिया गया, जिससे हितग्राही को योजना का लाभ नवम्बर माह तक नहीं मिल पाया।
इस संबंध में कलेक्टर सक्सेना ने उक्त एएनएम को निलंबित करने के निर्देश सीएमएचओ डा.एनयू खान को दिये। बैठक में अपर कलेक्टर मनोज कुमार ठाकुर, डिप्टी कलेक्टर डीएस तोमर, एसडीएम करेली संघमित्रा बौद्ध और अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।