गाडरवारा क्षेत्र में अवैध रूप से बड़े पैमाने पर रेत का भारी मात्रा में अवैध उत्खनन किया जा रहा है। प्रतिबंध के बावजूद रेत माफिया द्वारा नदियों से रेत निकालकर जमकर अवैध कारोबार किया जा रहा है। ग्रामीणों से शिकायतें मिलने के बाद विधायक सुनीता सार्इंखेड़ा ब्लॉक के संसारखेड़ा में दूधी नदी की बेदर रेत खदान पर पहुंचीं तो दंग रह गईं। यहां दो टू-माउंटेन मशीनों से रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा था। तीन रेत से भरे वाहनों को तत्काल पुलिस के हवाले किया गया। यहां सैनिक फू डस प्रालि द्वारा रेत के विशालकाय पहाड़ बनाकर अवैध स्टॉक किया गया था। दोपहर 12 बजे विधायक सुनीता और सुरेंद्र पटैल अपने समर्थकों के साथ रेत खदान पहुंच गए थे। अधिकारियों को तत्काल रेत उत्खनन की जानकारी दी। लेकिन करीब तीन घण्टे बाद अधिकारी मौके पर पहुंचे । एसडीएम राजेश शाह, एसडीओपी सीताराम यादव मौके पर पहुंचे और रेत के स्टॉक एवं मशीनों पर कार्रवाई की।
पहले भी पहुंची थी विधायक
कुछ माह पहले भी विधायक सुनीता संसारखेड़ा रेत खदान पहुंची थीं। कलेक्टर भी मौके पर आए थे एवं यहां स्वीकृत के बजाय अन्य जगह खनन देख दंग रह गए थे। तब प्रशासन ने स्टाक सील कर कार्रवाई का भरोसा दिलाया था। कुछ डंपर जब्त किए गए लेकिन रेत माफिया नहीं माना और रेत का काला करोबार जारी रहा। लोगों की शिकायत पर शनिवार को फिर से विधायक यहां पहुंचीं और प्रशासन को अल्टीमेटम देकर धरने पर बैठ गईं।
रात में होता है रेत का परिवहन
ग्रामीणों के अनुसार संसारखेड़ा बेदर रेत खदान में अवैध स्टॉक किया गया है, यहां रात के समय मशीनों से डम्परों में रेत भरकर जमकर परिवहन किया जाता है।
तीन जगह मिले स्टॉक
बेदर रेत खदान में जमकर रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा था। यहां पर अधिकारियों को तीन स्थानों पर भारी मात्रा में रेत का स्टॉक मिला है, जिसे देखकर अधिकारी भी हैरान रह गए।
इनका कहना है-
मौके पर आए हंै, जो भी अनियमितताएं मिली हैं, उनका प्रतिवेदन बनाकर खनिज विभाग को दे दिया जाएगा।
राजेश शाह, एसडीएम गाडरवारा
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रेत के अवैध उत्खनन से क्षेत्र का पर्यावरण संतुलन बिगड़ गया है, प्रतिबंध के बाद भी रेत का इस तरह से उत्खनन और पहाड़ जैसा रेत का स्टॉक करना चौंकाने वाली बात है। मैं रेत के अवैध उत्खनन के हमेशा खिलाफ हूं, और रहूंगी। हमारे विधानसभा क्षेत्र में रेत माफि याओं पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए, यदि कार्रवाई नहीं हुई तो मैं यहां फि र आउंगी।
सुनीता पटैल, विधायक गाडरवारा