नृसिंह भवन में आयोजित बैठक में बताया गया कि 15वें वित्त आयोग से प्राप्त धनराशि का उपयोग स्वच्छता और पेयजलापूर्ति सुनिश्चित करने पर खर्च किया जाएगा। इसके तहत 82 लाख रुपये पेयजल व स्वच्छता संबंधी कार्यों के लिए खर्च किए जाएंगे। इसके तहत स्वच्छता परिसर, नल-जल योजना अंतर्गत पाइप लाइन विस्तारीकरण, तालाबों के घाट निर्माण व मरम्मत, तालाबों की खोदाई, बोरवेल खनन, स्टापडैम आदि पर खर्च होगी।
शेष 50 फीसद राशि से ग्रामीण क्षेत्रों में सीमेंट रोड, पुल-पुलिया, व्यायामशाला, रिटेनिंग वाल, स्ट्रीट लाइट, शाला में बाउंड्रीवाल, सामुदायिक भवनों की चहारदीवारी निर्माण, आंगनबाड़ी व किचन की घेरेबंदी, पेवर ब्लॉक आदि के कार्य कराए जाएंगे। कलेक्टर ने बताया कि 15वें वित्त आयोग से इस बार 1 करोड़ 64 लाख रुपये का आवंटन हुआ है।
नृसिंह भवन में आयोजित बैठक में जिला पंचायत से संदीप पटेल, प्रशासकीय समिति जिला पंचायत की सदस्य शीला देवी ठाकुर, अशोक झारिया, गीता नवाब सिंह ठाकुर, मीना शाह, राधा किलेदार, कमला दीनदयाल, वंदना पटेल, संध्या संतोष पटेल, दिग्विजय सिंह पटेल, प्रदीप पटेल, विधायक प्रतिनिधि दिनेश कौरव के अलावा जिला पंचायत सीईओ केके भार्गव, एसीईओ एससी अग्रवाल, सभी जनपदों के सीईओ, जिला समन्वयक स्वच्छ भारत मिशन, परियोजना अधिकारी जिला शहरी विकास अभिकरण व नगरपालिका के सीएमओ समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।