scriptMP के इस जिले में अब शिशु मृत्यु दर में कमी लाने पर होगा काम, मिलेगी ये सुविधा | MP government engaged in reducing child and infant mortality | Patrika News

MP के इस जिले में अब शिशु मृत्यु दर में कमी लाने पर होगा काम, मिलेगी ये सुविधा

locationनरसिंहपुरPublished: Aug 12, 2020 04:15:31 pm

Submitted by:

Ajay Chaturvedi

-प्रदेश में बाल एवं शिशु मृत्युदर देश में सर्वाधिक

रुग्ण बच्चा (प्रतीकात्मक फोटो)

रुग्ण बच्चा (प्रतीकात्मक फोटो)

नरसिंहपुर. मध्य प्रदेश में आज भी बाल एवं शिशु मृत्यु दर राष्ट्रीय पैमाने पर सबसे ज्यादा है। लिहाजा अब प्रदेश सरकार इस अभिशाप को मिटाने में जुट गई है। इसी के तहत जिलों में बच्चों की सेहत सुधारने और अच्छी मेडिकल सुविधा मुहैया कराने के उपाय किए जा रहे हैं। इसीके अंतर्गत बाल गहन शिशु चिकित्सा इकाई यानी पीआईसीयू यूनिट स्थापित करने की कवायद तेज हो गई है।
बताया जा रहा है कि योजना के तहत नरसिंहपुर में इसी आजादी दिवस पर यूनिट लांच कर दी जाएगी। इस यूनिट में 1 से 5 साल तक के अतिगंभीर स्थिति वाले बच्चों के इलाज की सुविधाएं मौजूद रहेंगी। यूनिट में 8 बैड, 2 वेंटीलेटर, 2 वार्मर, फोटोथैरिपी मशीन स्टॉल करने का कार्य अंतिम दौर में है।
लोक स्वास्थ एवं परिवार कल्याण विभाग, प्रदेश भर में सभी नवजात गहन शिशु चिकित्सा इकाई (एसएनसीयू ) व चिन्हित जिलों में बाल गहन चिकित्सा इकाई पीआईसीयू स्थापित करने का बीड़ा उठाया है। उसी के तहत नरसिंहपुर के जिला अस्पताल में भी अब बाल गहन चिकित्सा इकाई की शुरूआत 15 अगस्त से होने जा रही है। इस यूनिट में 1 से 5 साल तक के गंभीर बीमारी वाले बच्चों का इलाज होगा।
अब तक जिले में यह यूनिट न होने से अतिगंभीर बच्चों को जबलपुर भेजा जाता था, लेकिन अब बच्चों को जिला अस्पताल में ही बेहतर इलाज की सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी। यूनिट शुरू करने के लिए सभी आवश्यक उपकरणों को व्यवस्थित करने का कार्य अंतिम दौर में है।
“इस यूनिट में 2 वेंटीलेटर, वॉर्मर, फोटोथैरिपी मशीन जैसी कई सुविधाएं रहेंगी। यूनिट के लिए 12 स्टाफ नर्स, 11 सपोर्ट स्टाफ की ड्यूटी रहेगी, जबकि 24 घंटे 2 डॉक्टर मौजूद रहेंगे। इसके लिए संविदा पर नियुक्त डॉ. प्रदीप मेहरा व डॉ. खुश्बू साहू यूनिट में सेवाएं देंगे। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं के लिए हाईडिपेंडेंसी यूनिट भी पीआईसीयू के साथ शुरू करने की तैयारी चल रही हैं। दोनों यूनिटें जिले के लिए सौगात की तरह हैं, जिससे गर्भवती महिलाओं को भी इलाज में बेहतर सुविधा मिलेगी।”-डॉ. अनिता अग्रवाल, सिविल सर्जन
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो