नरसिंहपुरPublished: Nov 27, 2022 12:06:23 am
Sanjay Tiwari
बरमान चौराहा से मुक्तिधाम तक नाला निर्माण का मामला
अतिक्रमण हटाने में नपा पर भेदभाव का आरोप, नहीं बच रही रोड की चौड़ाई
नरसिंहपुर. करेली के बरमान चौराहा से लेकर मुक्तिधाम नाला निर्माण का मामला लगातार तूल पकड़ते जा रहा है। एक ओर जहां सुगम यातायात के लिए सडक़ों पर फुटपाथों को अतिक्रमण मुक्त कराया जाता है। वहीं इस निर्माण में सडक़ की चौड़ाई और कम कर दी है । अमीरों पर रहम और गरीबों पर सितम ढाया जा रहा है। प्रशासन की कार्रवाई में दोहरा मानदंड अपनाने पर उंगलियां उठने लगी हैं।
नाला निर्माण से ब्रिज के मोड़ पर रोड की चौड़ाई हो रही कम-एक ओर सरकार का ध्यान सडक़ों की चौड़ाई बढ़ाने के लिए प्रयास होते है, लेकिन यहां अतिक्रमण को छोडकऱ हो रहे नाले निर्माण से सडक़ की चौड़ाई नपा द्वारा कम की जा रही है। ब्रिज से उतरने के बाद साइड रोड के मोड पर महज़ 15-20 फीट रोड बची हुई है, जिससे बड़े वाहन का एक बार में मुडऩा असंभव है। जानकारो की माने तो सडक़ की चौड़ाई कम होने के कारण हैवी व्हीकल की लंबाई अधिक होने के कारण टर्निंग में समस्या होती है। बार बार आगे पीछे करके वाहन को मोड़ पाते है, इसमें 15 से 20 मिनट का समय लगने से जाम निर्मित हो जाता है।
धरने पर बैठे बबला सोनी का कहना है की नरसिंहपुर जिले में शिकायत और ज्ञापन पर कोई कार्रवाई नहीं होती है। बरमान चौराहे से लेकर धमनी नदी तक बनने वाले नाले को गलत तरीके से बनाए जाने के विरोध में गैर राजनैतिक धरना का शुक्रवार को 11 वां दिन है। अखबार लगातार इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित कर रहे है।ं हमारी मांग नगर हित में है। कुछ लोग हमारे आंदोलन को शहर विरोधी बता रहा हैं। शहर की जनता से अपील है कि एक बार बरमान चौराहे जाएं और देखें कि जिस बात का विरोध कर रहे हैं वह नगर हित में है या नहीं। राजू यादव का कहना नगर हित के लिए जान भी चली जाए तब भी धरना पर बैठा रहूंगा।