खैरी से डोभी के बीच बरांझ नदी पर रिपटा पुल की दरकार
नरसिंहपुर•Jan 19, 2020 / 11:20 pm•
narendra shrivastava
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नरसिंहपुर/डोभी। मेंहदा, खैरी, बिलगंवा से डोभी होते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक १२ को जोडऩे वाले रास्ते पर खैरी और डोभी गांव के बीच होकर बहने वाली बरांझ नदी पर रिपटा पुल की मांग यहां के ग्रामीणों द्वारा की जा रही है। यहां नदी पार करने के लिए पुल न होने के कारण यहां दोनों ओर के गांवों के वाशिंदे जोखिम भरे रास्ते से आने जाने के लिए मजबूर हैं। यहां सैंकड़ों ग्रामीणों की रोजमर्रा की जरूरत के मद्देनजर इस घाट पर रिपटा पुल के निर्माण की जरूरत बड़ी शिद्दत से महसूस की जा रही है। मेंहदा गांव के निवासियों में कमलेश पटैल, सुनील गंगोलिया और हल्के मेहरा सहित अन्य लोगों का कहना है कि इस नदी के दूसरी ओर स्थित ग्राम खैरी, मेंहदा और बिलगंवा के ग्रामीणों क ो दैनिक जरूरतों की पूर्ति, हाटबाजार, इलाज या शिक्षा संबंधी कामों के लिए रोज ही डोभी या तेंदूखेड़ा आना जाना पड़ता है। इसके अलावा इन गांवों में शिक्षकों सहित सैंकड़ों लोग नाव के माध्यम से दूसरी ओर आना जाना करते हैं। तीज त्यौहारों और विशेष मौक ों में यह आवाजाही अचानक बढ़ जाती है। ग्रामीणों का कहना है कि इस नदी में सामान्य दिनों में जलस्तर कम होने के कारण वे पानी में से ही गुजर कर दूसरी ओर चले जाते हैं। लेकिन नदी में पानी अधिक होने की स्थिति में उन्हें गुटोरी गांव का फेरा लगाना पड़ता है जिसमें उन्हें दस किमी की दूरी अधिक तय करना पड़ती है। वहीं विषम परिस्थिति में रात के समय या फिर नदी में जलस्तर अधिक होने की स्थिति में लोग जहां के तहां फंस कर रह जाते हैं। खैरी गांव के कमलेश पटैल कहते हैं कि यहां के पुल का अभाव तो एक समस्या है ही इसके अलावा नदी के दोनों घाटों तक पहुंचने वाली सडक़ भी खतरनाक है, यह रास्ते मिट्टी के होने के कारण जरा सी बरसात में कीचड़ से सराबोर रहते हैं। जिसके कारण इनमें आते जाते समय फिसलन का डर बना रहता है। इस घाट पर पुल को लेकर यहां के ग्रामीण कई बार जनप्रतिनिधियों को अवगत करा चुके हैं। लेकिन किसी प्रकार की हलचल सामने नहीं आई है, जबकि यहां की आवश्यकता को देखते हुए पुल का निर्माण अत्यंत अनिवार्य हो गया है।
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