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कोरोना संक्रमण के बीच कम हो गईं जिला अस्पताल में नवजात की किलकारियां

locationनरसिंहपुरPublished: May 05, 2021 11:40:42 pm

Submitted by:

ajay khare

कोरोना संक्रमण से बचाते हुए प्रसव कराना और जच्चा बच्चा को सुरक्षित रखना काफी जिम्मेदारी भरा साबित हो रहा है

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newly born baby

नरसिंहपुर. कोरोना संक्रमण के बीच सुरक्षित प्रसव कराना बड़ा चुनौती पूर्ण कार्य है। इस समय जबकि जिला अस्पताल में सर्वाधिक कोरोना के मरीज भर्ती हैं तब डॉक्टरों के लिए अस्पताल में प्रसव के लिए भर्ती हुई महिलाओं की देखभाल और उन्हें कोरोना संक्रमण से बचाते हुए प्रसव कराना और जच्चा बच्चा को सुरक्षित रखना काफी जिम्मेदारी भरा साबित हो रहा है। दूसरी ओर आंकड़ों पर नजर डालेें तो जिले में कोरोना कफ्र्यू लागू होने के बाद जिला अस्पताल में प्रसव के लिए आने वाली महिलाओं की संख्या में कमी आई है। फरवरी में जब हालात सामान्य थे और कोरोना की दूसरी लहर नहीं आई थी जब जिला अस्पताल में 358 संस्थागत प्रसव कराए गए थे जबकि कोरोना कफ्र्यू लागू होने के बाद से अप्रेल में 319 महिलाएं प्रसव के लिए भर्ती हुईं। अप्रेल में सीजर प्रसव में भी कमी आई, फरवरी में सीजर प्रसव 98 मार्च में 125 हुए थे जबकि अप्रेल में85 हुए। संस्थागत प्रसव के लिए इन तीन महीनों में सबसे ज्यादा 393 महिलाएं जिला अस्पताल में प्रसव के लिए भर्ती हुईं।
कोरोना पॉजिटिव प्रसूता ने दिया स्वस्थ बच्चे को जन्म
कोरोना संक्रमण के बीच जिला अस्पताल में प्रसव के कुछ ऐसे मामले भी सामने आए हैं जिनमें प्रसूता को कोरोना ंसंक्रमण था पर डॉक्टरों व स्टाफ ने सावधानी पूर्वक उनका सुरक्षित प्रसव कराया और बच्चे को भी संक्रमण से बचाया। डॉक्टरों के लिए यह सबसे बड़ी चुनौती का काम था। पिछले दिनों ४ कोरोना संक्रमित महिलाओं के सुरक्षित प्रसव कराए गए जिनमें से दो ने सामान्य प्रसव से शिशुओं को जन्म दिया जबकि दो के सीजर प्रसव कराए गए। अच्छी बात यह रही कि जन्म लेने वाले शिशुओं को कोरोना का संक्रमण नहीं पाया गया।
जिला अस्पताल में हुए प्रसव
माह-नॉर्मल- सीजर- कुल- मेल- फीमेल
फरवरी-260-98-358-190-158
मार्च-268-125-393-191-192
अप्रेल-234-85-319-168-143
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वर्जन
जिला अस्पताल में इस कोरोना काल में प्रसव के लिए आने वाली महिलाओं की संख्या में खास कमी नहीं आई है। कोरोना से बचाते हुए प्रसव कराना और जच्चा बच्चा को संक्रमण से बचाते हुए स्वस्थ रखना बड़ा चुनौतीपूर्ण कार्य है पर हमारे डॉक्टर बखूबी अपनी ड्यूटी कर रहे हैं।
डॉ.अनीता अग्रवाल, सिविल सर्जन
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