अपडाउनर्स को होती है परेशानी
गौरतलब है ग्रामीण क्षेत्रों सें प्रतिदिन सैंकड़ों लोग अपनी नौकरी,व्यापार,पेशा या फिर मजदूरी के लिए जिला मुख्यालय पहुंचते है। ये लोग अक्सर सुबह तो बसों की सहजउपलब्धता क ी वजह से अपने ठिकाने तक पहुंच जाते है। लेकिन यदि इन्हें शाम को वापसी में देर हो जाये तो साधन मिलना काफी मुश्किल होता है। सूत्र बताते हैं कि रात के समय यात्रियों की संख्या कम होने के कारण बस आपरेटर व्यवसायिक दृष्टिकोण के चलते लोकल ग्रामीण क्षेत्रों के परमिट लेना पसंद नही करते है।
इनका कहना है-
किसी भी रूट पर बस आपरेटर की डिमांड पर ही परमिट दिया जा सकता है। लेकिन आमतौर आपरेटर दिन भर बसें चलाने के बाद रात के समय अपनी बसें हाल्ट करना पसंद करते हैं इसके अलावा व्यवसायिक कारणों के चलते भी रात को परमिट नही लेते है। फिर भी यदि कोई आपरेटर परमिट लेना चाहे उसे दिया जा सकता है।
जितेंद्र शर्मा जिला परिवहन अधिकारी नरसिंहपुर