अस्पताल में परिजनों के रूकने का नहीं जुगाड़, धर्मशाला में रखा कबाड़
नरसिंहपुरPublished: Dec 13, 2018 09:14:11 pm
नरसिंहपुर। ठंड के तेवर रोज बढ़ रह हैं, ऐसे में रात का समय कठिन महसूस होता है। वहीं अस्पताल में मरीज को लेकर आने वाले परिजनों की स्थिति और भी खराब है। जिला अस्पताल के पीछे बनी धर्मशाला में कबाड़ और सामान रखकर बंद कर दिया है। वार्ड में जगह नहीं रहती है जिसके चलते बरामदों में ही रैनबसेरा करना मजबूरी बनता है।
Storm restraint on the floor in the growing cold, the situation of the District Hospital
नरसिंहपुर। ठंड के तेवर रोज बढ़ रह हैं, ऐसे में रात का समय कठिन महसूस होता है। वहीं अस्पताल में मरीज को लेकर आने वाले परिजनों की स्थिति और भी खराब है। जिला अस्पताल के पीछे बनी धर्मशाला में कबाड़ और सामान रखकर बंद कर दिया है। वार्ड में जगह नहीं रहती है जिसके चलते बरामदों में ही रैनबसेरा करना मजबूरी बनता है। अभी नगरपालिका द्वारा अलाव की व्यवस्था भी शुरू नहीं की है जिससे यह परेशानी दो गुनी साबित हो रही है।
उल्लेखनीय है कि जिला अस्पताल के पीछे की तरफ पुरानी धर्मशाला बनी हुई है। धर्मशाला में लंबे समय से अस्पताल का सामान रखा जाने की वजह से यह भवन भी बुरी स्थिति में पहुंच गया है। धर्मशाला नहीं खुलने की वजह से लोग मनमाने ढंग से अस्पताल में ही रात गुजारने मजबूर होते हैं।
जिले में पीलिया और टाइफाइड सहित अन्य रोगों के मरीजों की संख्या वर्तमान में अधिक है, जिसके कारण वार्ड भी फुल चल रहे हैं। मरीजों की संख्या अधिक रहने की वजह से उनकी तीमारदारी के लिए आने वाले परिजनों भी मौजूद रहते हैं, दिन का समय तो यहां वहां कट जाता है, लेकिन रात को अपने स्तर पर व्यवस्था कर सोना पड़ता है।
रेवानगर से आए रामशंकर मेहरा ने बताया कि उनकी मां को पीलिया हो गया है, जिसकी वजह से उन्हें भर्ती किया है। महिला वार्ड में जगह नहीं होने व रूकने की कोई व्यवस्था नहीं होने से बरामदे में ही सोने की व्यवस्था किए हैं। तीन दिन से लगातार ठंड बढ़ रही है अलाव भी नहीं लग रहा है जिसके कारण रात का समय काटना मुश्किल होता है।
पूर्व में अस्पताल परिसर में सिविल सर्जन कार्यालय के सामने बने शेड में मरीजों के परिजनों को रूकने की व्यवस्था थी। यहां पर वर्तमान में रसोई का संचालन किया जा रहा है जिससे यह स्थान भी उपयोग नहीं किया जा सकता। अस्पताल का नया भवन निर्माणाधीन है जिसके बनने व शुरू होने तक यही स्थिति रहने की बात जिला अस्पताल के सूत्र कह रहे हैं।
इनका कहना है
अस्पताल के नए भवन का निर्माण कार्य की वजह से कुछ अव्यवस्थाएं है। लोगों को उपचार देने के लिए ट्रामा सेंटर के भवन का उपयोग कर रहे हैं। मरीजों के मान से ही भवन छोटा महसूस हो रहा है। ठंड की परेशानी के लिए नगरपालिका को पत्र लिखकर अलाव की व्यवस्था कराने प्रयास करेंगे।
डाक्टर विजय मिश्रा
सिविल सर्जन, जिला अस्पताल नरसिंहपुर