6 फरवरी को विभिन्न विभागों से संबंधित निर्माण कार्यों की समीक्षा की गई थी। प्रगतिरत, पूर्ण, अप्रारंभ और स्वीकृत निर्माण कार्यों की समीक्षा जनपद वार की गई थी। कलेक्टर ने निर्देश दिए थे कि जो कार्य पूर्ण हो चुके हैं, उनके कार्यपूर्णता प्रमाण पत्र-सीसी जारी की जाए। जिन निर्माण कार्यों में कोई समस्या या कठिनाई आ रही हो, तो अवगत करायें। उनका निराकरण कराया जाएगा।
कलेक्टर ने सांसद एवं विधायक निधि, जनभागीदारी योजना, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, लोक निर्माण विभाग, पीआईयू, पीडब्ल्यूडी ब्रिज, एनव्हीडीए, पीएमजीएसवाय, जलसंसाधन, हाऊसिंग बोर्ड, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, नगरीय निकाय आदि से संबंधित निर्माण कार्यों की समीक्षा के दौरान निर्माण कार्यों को तय समय सीमा में गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए थे।
उन्होंने जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को मौके पर जाकर निर्माण कार्यों का मुआयना व कार्यों की सतत मॉनीटरिंग करने को कहा था। इसके अलावा आरआरसी के पुराने प्रकरणों में वसूली की कार्रवाई व गबन वाले मामलों में सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। कलेक्टर ने जिला योजना अधिकारी को निर्देशित किया कि वे निर्माण कार्यों के लिए अंतिम किश्त जारी करने के पहले सभी औपचारिकतायें पूर्ण करना सुनिश्चित करें और निर्माण कार्यों की सही तरीके से मॉनीटरिंग करें।