जिले के अधिकांश नागरिक अब खुद से ज्यादा बच्चों को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि सरकार यदि जल्द से जल्द बच्चों का भी टीकाकरण शुरू कर दे तो बेहतर होगा। दरअसल अभिभावकों की चिंता का बड़ा कारण स्कूलों का खुलना है। ऐसे में वो चाहते हैं कि वयस्कों की तरह बच्चे भी पूरी तरह से वैक्सिनेटेड हो जाते तो उनके लिए भी सुरक्षा कवच तैयार हो जाता। वो भी कोरोना संक्रमण से बच सकते।
ये भी पढें- डेंगू-मलेरिया से बचाव को नरसिंहपुर सेहत महकमें की ये जानदार पहल वैसे जिले के नागरिक शुरू से ही कोरोना संक्रमण को लेकर संजीदा हैं। इसका ही परिणाम है कि जिले में अब तक आठ लाख से ज्यादा लोग टीके की पहली डोज लगवा चुके हैं। उधर प्रशासन व स्वास्थ्य महकमा भी लगातार सक्रिय है। स्वास्थ्य विभाग की टीम प्रति दिन 5 से 10 हजार लोगों का टीकाकरण करा रही है। अलबत्ता प्रशासन की ये कोशिश है कि जिन लोगों ने टीके की पहली डोज ले चुके हैं और दूसरी डोज के लिए निर्धारित समय सीमा पूरी हो गई है, तो उन सब को जल्द से जल्द दूसरी डोद दे दी जाए ताकि जिले को फुल्ली वेक्सीनेटेड करा दिया जाए। प्रशासन और स्वास्थ्य महकमें के इस प्रयास में जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों और संवेदनशील आमजनों का भी भरपूर साथ मिल रहा है।
बता दें कि जिले की आबादी करीब करीब 12 लाख 90 हजार है जिसमें से आठ लाख, 79 हजार लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था जिसमें अब तक 8 लाख 1 हजार से अधिक लोगों को पहला डोज लग चुका है। पहला डोज लगाने का कार्य करीब 92 प्रतिशत पूरा हो गया है। वहीं दूसरा डोज लगवाने वालों की संख्या भी 2 लाख 70 हजार को पार कर रही है।
सीएमएचओ कहते है कि जिले में 50 से 60 हजार लोग ऐसे है जिनको पहला टीका लगे हुए 84 दिन पूरे हो गए है, जिससे उन्हें दूसरा डोज लगाने के लिए तय किया गया है कि हर दिन कम से कम 5 से 10 लोगों को टीका लगाया जाए। जिले में 446 ग्राम पंचायतें हैं जिनमें लगभग हर पंचायत में लोगों को पहला डोज लग चुका है। अब वो ही टीकाकरण से वंचित है जो गांव-जिले से बाहर है।
“जिले की कुल जनसंख्या 12 लाख 90 हजार के हिसाब से आठ लाख 79 हजार लोगों को प्रथम डोज लगाने का लक्ष्य तय किया गया था। इसमें आठ लाख एक हजार से ज्यादा को टीका लगाकर जिला प्रदेश कुछ चुनिंदा जिलो में शामिल हो गया है। दूसरे डोज के पात्र लोगों को समय पर टीका लगे इसके लिए 5 से 10 हजार टीका प्रति दिन लगाने की योजना पर काम चल रहा है। लोग जागरूक हैं और खुद ही टीकाकरण केंद्र पहुंच कर टीका लगवा रहे है।”-डॉ. अजय कुमार जैन, सीएमएचओ नरसिंहपुर