scriptअंग्रेजी शिक्षा से माता-पिता से दूर हो रहीं संतानें : अतुल सागर | Offspring away from parents in English education: Atul Sagar | Patrika News

अंग्रेजी शिक्षा से माता-पिता से दूर हो रहीं संतानें : अतुल सागर

locationनरसिंहपुरPublished: Apr 16, 2019 06:47:27 pm

गर्भ कल्याणक गोद भराई में उमड़ी महिलाएं

Offspring away from parents in English education: Atul Sagar

Offspring away from parents in English education: Atul Sagar

गोटेगांव। गर्भ में जीव आने के बाद से ही आत्मा को संस्कारित करने का दायित्व पूरा करना चाहिए। अभिमन्यू का उदाहरण हमारे सामने है जिन्होंने अपनी माता की कोख में रह कर चक्रव्यूह की रचना का ज्ञान पाया था। मगर आज की अंग्रेजी शिक्षा ने माता पिता से संतानों को दूर कर दिया है। आपकी संतान अपनी होने के बाद भी अपने साथ रहना नहीं चाहती है। उक्त विचार जैन मुनि १०८ अतुल सागर महाराज ने पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव पर आयोजित होने वाले धार्मिक कार्यक्रम पर अपने विचार प्रगट किए।
उन्होंने कहा कि यदि अपनी संतान को अपने पास रखना चाहते हैं तो उनको स्वदेशी और स्वाभिमानी बनाना होगा। इंडिया से भारत की ओर लौटना होगा। तभी हमारी संस्कृति और संस्कार सुरक्षित रह पाएंगे। उन्होंने कहा कि मानव को कैसी संगति करना है वह उस पर निर्भर रहता है। संगति का भी असर जिंदगी पर बहुत पड़ता है। जिस प्रकार पानी की एक बूंद जब सर्प के मुख में जाती है तो वह विष बन जाती है। यदि वह कमल पुष्प पर पड़ती है तो मोती के समान चमकती है। यदि धूल पर पड़ती है तो वह कीचड़ बन जाती है और यदि यह पानी की बूंद श्रीजी के मस्तक पर गिरती है तो पूज्य बन जाती है।
पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव पर हर दिन होने वाले धार्मिक कार्यक्रम पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि हमारे सारे धार्मिक कार्यक्रम विशुद्धि बढ़ाने वाले होते हैं। इससे पूर्व समय के पापों का क्षय तो होता है इसके साथ वर्तमान में होने वाले पापों से भी बच जाते हैं। उन्होंने कहा कि भक्ति के माध्यम से शास्वत सुख को अर्जित किया जा सकता है। गर्भ कल्याणक की बेला में माता की सेवा करने के लिए अष्ट देवियों एवं छप्पन कुमारी देवी भी तत्व चर्चा करने के लिए आती हैं।

गोद भरने लगी होड़
मंगलवार को पंचकल्याणक स्थल पर माता की गोद भराई का कार्य दोपहर के समय कार्यक्रम स्थल पर सम्पन्न हुआ। गर्भ कल्याणक गोदभराई के कार्य को सम्पन्न करने के लिए भारी संख्या मे महिलाएं पहुंची और गोदभराई करने के बाद मंगल गीतों का गायन किया।

भगवान अवतार का चित्रण
गजरथ महोत्सव स्थल पर रात के समय पात्रों के माध्यम से भगवान के अवतार के प्रसंगों का चित्रण किया जा रहा है। जिसको देखने के लिए भारी संख्या में भक्त गण उपस्थित रहते हैं। इन्द्र इद्राणी से लेकर सभी चयनित पात्र मंच पर अपनी भूमिका का निर्वाह बड़े ही मार्मिक ढंग से प्रस्तुत कर भगवान की स्तुति करने में लगे हैं।

महावीर जयंती पर होगा जन्म कल्याणक, निकलेगी शोभायात्रा
बुधवार को महावीर जयंती के दिन गजरथ महोत्सव स्थल पर जन्म कल्याणक महोत्सव सम्पन्न होने जा रहा है। आज का दिन गोटेगांव की धरा पर सुनहरे अक्षरों में अंकित किया जाएगा। जब गजरथ महोत्सव पर महावीर जयंती पड़ रही है और इसी दिन माता के गर्भ से भगवान अवतार लेने वाले होंगे। एक साथ दो महोत्सव बनाने के लिए भक्त गण आतुर है। दोपहर १.३० बजे पंचायती जैन मंदिर से श्रीजी की भव्यता के साथ शोभायात्रा निकाली जाएगी जो गोटेगांव के प्रमुख मार्गों से होती हुई गजरथ स्थल पहुंचेगी जहां पर मुख्य कार्यक्रम सम्पन्न होगा।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो