जिला अस्पताल परिसर में आक्सीजन प्लांट को स्थापित करने के लिए युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। प्लांट के लिए आए कंप्रेशर, हवा से आक्सीजन बनाने वाले फिल्टर एवं आक्सीजन को स्टोर करने वाले बाक्स फिट किए जा रहे है। अधिकारियों को भरोसा है कि महज चंद दिनो में प्लांट स्थापित हो जाएगा।
स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि प्लांट के जरिए जिला अस्पताल के मरीजों को अब कभी आक्सीजन की कमी से परेशान नहीं होना होगा। प्लांट की क्षमता के अनुसार यहां की आवश्यकता से कहीं अधिक आक्सीजन यहां उपलब्ध रहेगी।
हालांकि कुछ जानकारों का कहना है कि इस प्लांट में अगर बूस्टर पंप भी लग जाए तो प्लांट का लाभ दूसरे केंद्रों को भी मिल सकेगा। इससे उन केंद्रों के लिए आक्सीजन को बाहर से मंगाने की जरुरत नहीं पड़ेगी। फिलहाल जो प्लांट स्थापित किया जा रहा है उससे केवल जिला अस्पताल आने वाले मरीजों को ही ऑक्सीजन की सुविधा मिल पाएगी। जानकार कहते हैं कि यदि यहां बूस्टर पंप लगता है तो जिला अस्पताल के प्लांट से ही दूसरे केंद्रों के लिए सिलिंडर भरने में आसानी होगी। बूस्टर पंप न होने से अभी दूसरे केंद्रों के लिए आक्सीजन की जैसे आपूर्ति हो रही है वो ही जारी रहेगी। सीएमएचओ भी स्वीकार करते हैं कि बूस्टर पंप होने से इस प्लांट से आक्सीजन को सिलिंडरों के जरिए दूसरे केंद्रों में भेजने आसानी होती।
“प्लांट का कार्य बस कुछ दिन में ही पूरा हो जाएगा। सभी आवश्यक सामग्री आ चुकी है। प्लांट की क्षमता के हिसाब से यहां हर समय जरुरत से ज्यादा आक्सीजन उपलब्ध रहेगी। यह प्लांट जिले के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है।”-डॉ. मुकेश जैन, सीएमएचओ नरसिंहपुर