scriptपत्रिका ग्राउंड रिपोर्ट- गेहूं का परिवहन नहीं होने से खरीदी केंद्रों पर हजारों क्विंटल गेहूं खुले आसमान के नीचे | Patrika Ground Report -Thousands of quintal wheat under open sky | Patrika News

पत्रिका ग्राउंड रिपोर्ट- गेहूं का परिवहन नहीं होने से खरीदी केंद्रों पर हजारों क्विंटल गेहूं खुले आसमान के नीचे

locationनरसिंहपुरPublished: May 11, 2019 06:23:04 pm

Submitted by:

ajay khare

शनिवार को मौसम बिगडऩे से बढ़ी आशंका

Gehu khareed

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सालीचौका-गाडरवारा। इन दिनों क्षेत्र में जगह जगह किसानों से समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी की जा रही है। लेकिन लगभग सभी सोसायटियों में गेहूं का समय पर परिवहन नहीं हो रहा। अनेक जगह हजारों क्विंटल खुले आसमान के नीचे पड़ा हुआ है। शनिवार को सुबह से अचानक मौसम का रुख बदलने से कुछ देर बूंदाबांदी हुई, इससे किसानों एवं प्रशासन में चिंता देखी गई। लोगों की मांग है जिला प्रशासन तेजी से गेहूं का परिवहन करे।
यह है खरीदी केंद्रों का मैदानी हाल
पत्रिका द्वारा सेवा सहकारी समिति बाबई कलां में जायजा लेने पहुंचने पर समर्थन मूल्य गेहूं उपार्जन केंद्र पर परिवहन न होने के कारण किसानों की अधिक भीड़ देखी गई। केंद्र पर लगभग 12,000 बोरियों की स्टेक लगाई जा चुकी है एवं केंद्र पर लगभग 20 ट्रेक्टर ट्रॉली तोल हेतु खड़ी दिखीं। बताया गया डीएमए द्वारा बाबई कलां गोदाम पूरा भरने के पश्चात अन्य गोदाम की मैपिंग आज दिनांक तक नहीं की गई। यदि अन्य गोदाम की मैपिंग नहीं की जाती है एवं परिवहन नहीं हो पाता है तो समर्थन मूल्य गेहूं खरीद की अंतिम दिनांक तक शेष किसानों से गेहूं की खरीदी कर पाना संभव नहीं होगा। जिसके कारण कई किसान अपनी गेहूं की फसल का विक्रय समर्थन मूल्य के अनुरूप नहीं कर पाएंगे एवं किसान अच्छे मूल्य पर अपनी फसल नहीं बेच पाएंगे।
वहीं दूसरी ओर ग्राम अमाड़ा के खरीदी केंद्र पर लगभग 20 से 25हजार बोरियों का स्टॉक हो चुका है। जहां पर खुले मैदान में गेहूं की खरीद चल रही है। केंद्र पर किसानों के लिए पैर रखने को जगह नहीं है। यहां के किसानों का कहना है कि जब तक समय पर गेहूं का परिवहन नहीं होगा तो तुलाई की समस्या आगे चलकर और जटिल हो जाएगी। शासन प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए कि जिन जिन खरीदी केंद्रों पर गेहूं का स्टॉक हो चुका है उसका समय पर परिवहन भी हो जाए। जिससे अन्य किसानों को गेहूं तुलाई में दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
मौसम बदलने से बढ़ी चिंता
शुक्रवार को पत्रिका द्वारा केंद्रों का जायजा लेने के पश्चात शनिवार को सुबह से अचानक मौसम बदलने से सभी केंद्रों के प्रभारियों के माथे पर चिंता की लकीरें देखी गईं। सूत्रों के अनुसार बड़े अधिकारी भी फोन पर खरीदी केंद्रों से हाल जानते रहे। किसानों में भी चिंता रही। लेकिन राहत की बात यह रही कि अंचल में महज कुछ मिनट मामूली बूंदाबांदी होकर रह गई। कहीं कुछ भी नुकसान नहीं हुआ, इस बीच केंद्रों पर खुले में रखे अनाज को ढंकने एवं परिवहन की व्यवस्था भी जारी रही।
इनका कहना:-
यदि गेहूं के परिवहन की समस्या आ रही है तो, हम इसे दिखवाते हैं।
दीपक सक्सेना, कलेक्टर नरसिंहपुर

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