पर्यावरण दिवस पर लिया पौधरोपण का संकल्प
नरसिंहपुरPublished: Jun 05, 2019 09:03:08 pm
दूषित वृत्ति,दृष्टि एवं प्रवृत्ति से प्रभावित होती है प्रकृति
दूषित वृत्ति,दृष्टि एवं प्रवृत्ति से प्रभावित होती है प्रकृति
नरसिंहपुर- वर्तमान में दूषित हो रहे जल,वायु,ध्वनि और पर्यावरण क ा मुख्य कारण व्यक्तियों और समान में फैल रहा मानसिक प्रदूषण है।मनुष्य की दूषित वृत्ति,दृष्टि एवं प्रवत्ति का प्रभाव प्रकृति पर पड़ता है। यह बात प्रजापिता ब्रह्मकुमारी के दिव्य संस्कार भवन में पर्यावरण दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में जिला संचालिका कुसुम बहन ने कही। उन्होंने कहा कि प्रकृति माता हमें सब कुछ प्रदान कर रही है। वायु, जल, भोजन आदि प्रमुख आवश्यकतायें प्रकृति द्वारा ही पूरी होती है। इसलिये प्रकृति मां की रक्षा करनी है। उन्होंने ईश्वरीय शक्तियों राजयोग के प्रयोग एवं शुभ संकल्पों से प्रकृति के शुद्धिकरण की बात कही। इसके पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इस मौके पर अतिथि के रूप में उपस्थित मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट दिनेश देवड़ा ने पर्यावरण असंतुलन पर अपनी बात रखते हुए कहा कि पर्यावरण अपने आप ही प्रदूषित नहीं हुआ है कहीं न कहीं इसे हमने ही प्रदूषित किया है। उन्होंने उपस्थित जनों से अपने जीवन में कम से कम दो पेड़ अनिवार्य रूप से लगाने का आह्वान किया। कार्यक्रम के दौरान समस्त आगंतुकों एवं भाई बहनों को पर्यावरण संरक्षण हेतु शपथ दिलाई एवं प्रकृति के पांच तत्वों के शुद्धिकरण के लिए राजयोग अभ्यास कराया गया। ब्र.कु. संस्था के बाल कलाकारों द्वारा लघु नाटिका पर्यावरण सुरक्षा सुंदर ढंग़ से प्रस्तुत की गई जिसमें वृक्षों की कटाई के प्रभाव को दर्शाया गया कि बिना वृक्षों के जीवन सम्भव नहीं है। इस मौके पर केंद्रीय जेल अधीक्षक शेफाली तिवारी, वन विभाग एसडीओ डीके श्रीवास्तव कृषि विज्ञान केन्द्र प्रभारी केबी सहारे, सच्चिदानंद आश्रम के एन्टो,ऊर्जा विकास निगम के प्रभारी प्रभात कनोजे सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।