सालीचौका क्षेत्र में रेत का अवैध खनन और परिवहन अरसे से चल रहा है। समय-समय पर यह सुर्थियों में भी आता रहा है। लोग अक्सर करके पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते रहे है। ग्रामीण लगातार पुलिस पर खनन माफिया से मिलीभगत का आरोप लगाते रहे हैं।
अब ग्राम पनागर में बीते सोमवार को फिर रेत के विवाद में हुए खूनी संघर्ष के बाद भी पुलिस की कार्यप्रणाली में सुधार नहीं दिखा। पुलिस ने रेत परिवहन के मामले में जिन तीन ट्रैक्टर-ट्रालियां को जब्त किया उसमें से दो वाहनों के खिलाफ तो पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया पर एक ट्रैक्टर-ट्राली जो 24 घंटे तक चौकी परिसर में खड़ी रही उस पर पुलिस कोई मामला दर्ज नहीं किया। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस शुरू से ही अपनी कार्यप्रणाली से अवैध खनन करने वालों को सरंक्षण दे रही है। यदि पुलिस को मामला दर्ज नहीं करना था तो फिर वाहन को पकड़कर चौकी क्यों लाया गया।
बताया जाता है कि दो ट्रैक्टरों के चालकों को पुलिस ने न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है। पुलिस की इस एकतरफा कार्रवाई के विरोध में पीड़ित पक्ष ने एसडीओपी को आवेदन देकर न्याय की मांग की है। उन्होंने आरोप में लगाया है कि पुलिस द्वारा जप्त किए गए ट्रैक्टर-ट्राली पर कार्रवाई नहीं की जा रही है। पुलिस की यह कार्यप्रणाली आने वाले समय में फिर विवाद की स्थिति को जन्म दे सकती है। वहीं देर शाम पुलिस द्वारा ट्रैक्टर-ट्राली को छोड़े जाने की जानकारी मिलने पर आक्रोश जताया है।