scriptगर्भवती नाबालिग दिव्यांग को सुबह किया रेफर 12घंटे बाद मिली एम्बुलेंस, मेडिकल कॉलेज में मृत शिशु को दिया जन्म | Pregnant minor Divyang was referred in the morning, ambulance received | Patrika News

गर्भवती नाबालिग दिव्यांग को सुबह किया रेफर 12घंटे बाद मिली एम्बुलेंस, मेडिकल कॉलेज में मृत शिशु को दिया जन्म

locationनरसिंहपुरPublished: Jul 21, 2021 10:15:46 pm

Submitted by:

ajay khare

नाबालिग पर अत्याचार और अस्पताल कुप्रबंधन को लेकर एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने यहां मानवता को झकझोर कर रख दिया है। करीब 8 माह तक लगातार एक हैवान एक 14 साल की दिव्यांग का शारीरिक शोषण करता रहा। जब वह गर्भवती हो गई ,उसे पेट में दर्द उठा और परिजन उसे अस्पताल लाए तब खुलासा हुआ

नरसिंहपुर. नाबालिग पर अत्याचार और अस्पताल कुप्रबंधन को लेकर एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने यहां मानवता को झकझोर कर रख दिया है। करीब 8 माह तक लगातार एक हैवान एक 14 साल की दिव्यांग का शारीरिक शोषण करता रहा। जब वह गर्भवती हो गई ,उसे पेट में दर्द उठा और परिजन उसे अस्पताल लाए तब खुलासा हुआ। जबलपुर मेडिकल कॉलेज में बालिका का ऑपरेशन कर गर्भ में मृत शिशु को अलग किया गया। बालिका की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। अव्यवस्थाओं को उजागर करने वाली बात यह थी कि बालिका को सुबह जबलपुर रेफर किया गया पर १२ घंटे बाद शाम ५ बजे उसके लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था हो सकी। पुलिस ने आरोपी गांधी उर्फ राहुल मेहरा के खिलाफ दुष्कर्म समेत पाक्सो एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है। मामले की रिपोर्ट जबलपुर में हुई, जिसकी डायरी कोतवाली पुलिस को प्राप्त हो चुकी है आरोपी फरार है।
जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय के एक गांव की रहने वाली करीब 14 वर्षीय दिव्यांग नाबालिग का भटिया टोला निवासी युवक गांधी उर्फ राहुल मेहरा पिछले 8 माह से दैहिक शोषण कर रहा था। आरोपी ने 25 नवंबर 2020 को पहली बार उसे धमकाकर दुष्कर्म किया। जिसके बाद लगातार उसका दैहिक शोषण करता रहा, जिससे बालिका गर्भवती हो गई। कुछ दिन पहले बालिका के पेट में दर्द हुआ तो परिजनों ने उसका गांव में ही इलाज कराया जब आराम नहीं मिला तो अब जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने परीक्षण के बाद बताया कि बालिका गर्भवती है । डॉक्टरों ने जांच की तो पता चला कि बालिका के गर्भ में पल रहा शिशु पहले ही दम तोड़ चुका था। बालिका की हालत भी नाजुक थी। उसे मेडिकल कॉलेज जबलपुर रेफर किया गया।
सुबह किया रेफर शाम तक नहीं हो सकी एम्बुलेंस की व्यवस्था
दिव्यांग बालिका को 19 जुलाई की सुबह करीब 3 बजे परिजन जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, उसकी नाजुक हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे जबलपुर मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया था लेकिन शाम 5 बजे तक जबलपुर भेजने की कोई व्यवस्था नहीं हो सकी। जब ये बात केसरिया भारत अंतरराष्ट्रीय हिंदू महिला संगठन की राष्ट्रीय संगठन मंत्री व जिले की समाज सेविका विवेक पांडे को मिली वे अपनी टीम के साथ अस्पताल पहुंची। तत्काल पुलिस अधीक्षक, महिला थाना प्रभारी, अस्पताल प्रबंधन को बताया। जिसके बाद बालिका को एंबुलेंस से मेडिकल कॉलेज भेजने की व्यवस्था की गई। पीडि़त को आर्थिक मदद भी दी। जबलपुर मेडिकल कॉलेज में बालिका का ऑपरेशन कर गर्भ में मृत शिशु को निकाला गया।
दुखी मन से मां ने एम्बुलेंस में बताया राहुल मेहरा करता रहा दुष्कर्म
जिला अस्पताल में जब दुष्कर्म पीडि़ता को लाया गया था तब परिजनों ने पुलिस के सामने न तो किसी के खिलाफ बयान दिए थे न ही किसी तरह की रिपोर्ट ही लिखाई थी। एम्बुलेंस से जब दुष्कर्म पीडि़ता व उनके परिजनों को लेकर नरसिंहपुर कोतवाली पुलिस का दो सदस्यीय स्टाफ जबलपुर मेडिकल कॉलेज जा रहा था, रास्ते में बालिका की मां ने सच्चाई बताई। पुलिस को दिए बयान में मां ने बताया कि भटिया टोला का निवासी गांधी उर्फ राहुल मेहरा उनकी दिव्यांग नाबालिग बेटी को डरा,धमकाकर लगातार दुष्कर्म कर रहा था। मेडिकल कॉलेज पहुंचने पर ऑपरेशन के बाद पुलिस की समझाइश पर बालिका की मां शिकायत करने को तैयार हुई। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी गांधी उर्फ राहुल मेहरा के खिलाफ मेडिकल पुलिस चौकी में 376 (2) (4) 376(3) 376(2)( एन) 376 (2)(1) 506 व पाक्सो एक्ट के तहत धारा 5 क्यू, धारा 6 के तहत मामला दर्ज किया। केस डायरी बुधवार को कोतवाली थाना पहुंची। इस मामले के खुलासे के बाद से आरोपी गायब है पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
वर्जन
बालिका की हालत अत्यंत गंभीर थी, उसे जिला अस्पताल से जबलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था। हमने एम्बुलेंस की व्यवस्था कर कोतवाली से एक महिला अधिकारी व एक आरक्षक को जबलपुर भेजा था। बालिका के ऑपरेशन के बाद पीडि़ता की मां को समझाइश देने के बाद जबलपुर मेडिकल कॉलेज में मुकदमा दर्ज कराया गया। इसकी डायरी हमें प्राप्त हो चुकी है,आरोपी की तलाश की जा रही है।
उमेश दुबे, निरीक्षक, कोतवाली थाना
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वर्जन
अस्पताल में कम से कम दो एम्बुलेंस हमेशा मौजूद रहती हैं इसकी समस्या तो नहीं आनी चाहिए थी, ऐसा क्यों हुआ इसका पता किया जाएगा। भविष्य में ऐसी समस्या न बने इसका ध्यान रखा जाएगा।
डॉ.अनीता अग्रवाल सिविल सर्जन
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