पुलिस के मुताबिक 7 मई को पुलिस अस्पताल चौकी नरसिंहपुर से सूचना प्राप्त हुई कि एक नवजात शिशु डिलेवरी के दौरान मृत पैदा हुआ है। इस घटना में नवजात शिशु की मां को 4 मई के शाम करीबन 7.30 बजे शिवराज ठाकुर द्वारा पेट मे लात मारी गई थी। उक्त सूचना पर थाना स्टेशनगंज मे मर्ग प्रकरण कायम कर जांच में लिया गया।
जांच के दौरान मृतक नवजात शिशु के परिजन मां, पिता एवं स्वत्रंत गवाहों से पूछताछ की तो सामने आया कि शिवराज ठाकुर ने 4 मई को पैसों के लेनदेन पर से 05 माह की गर्भवती महिला चइतो बाई पति संदीप ठाकुर उम्र 26 वर्ष एवं उसके गर्भ में पल रहे बच्चे को खत्म करने के आशय से पेट मे लात मारी थी। इससे 4 मई को ही इलाज के लिए गर्भवती महिला जिला चिकित्सालय नरसिहंपुर में भर्ती हुई थी और मां के गर्भ में आयी चोटों के कारण 6 मई को मृत बच्चा पैदा हुआ था।
मृत नवजात शिशु का पोस्ट मार्टम कराने उपरान्त आरोपी शिवराज ठाकुर के विरूद्ध अपराध क्रमांक 454/22 धारा 294, 323, 506, 315,316, 308 भादवि का कायम कर विवेचना में लिया गया। प्रकरण में घटना करने के उपरान्त आरोपी शिवराज ठाकुर अपने घर से फरार हो गया था। जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव द्वारा आरोपी की तलाश पतासाजी कर गिरफ्तार करने के निर्देश दिये गए।
थाना से विभिन्न टीमें बनाकर आरोपी की तलाश पतासाजी की गई एवं घेराबंदी कर आरोपी शिवराज ठाकुर को पकड़ा गया। पूछताछ करने पर आरोपी ने बताया कि उसका संदीप ठाकुर से पैसों का लेनदेन है और वह आये दिन मुझे कहीं भी मेरी बेइज्जती करता है। इसी का बदला लेने में 4 मई को उसके घर गया था, लेकिन घर मे संदीप नहीं मिला। उसकी पत्नि मिली जो मेरे से बहस करने लगी और उसने भी मेरी सब के सामने बेइज्जती की तो मैने उसके पेट मे लात मार दी थी। उसके बेहोश होने पर डर के कारण भाग गया था।