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रसोई का निकल रहा तेल, मिर्च लगा रही आग

locationनरसिंहपुरPublished: Dec 11, 2019 08:47:40 pm

Submitted by:

ajay khare

प्याज महंगी होने से पहले ही गृहिणियों परेशान थीं अब तेलों के दाम बढऩे से और भी उनकी नाराजगी बढ़ रही है उस पर पिछले महीनों में महंगी हुई मिर्च भी रसोई में आग लगा रही है

Keep changing food oil, otherwise you will have to suffer.

Keep changing food oil, otherwise you will have to suffer.

नरसिंहपुर. प्याज महंगी होने से पहले ही गृहिणियों परेशान थीं अब तेलों के दाम बढऩे से और भी उनकी नाराजगी बढ़ रही है उस पर पिछले महीनों में महंगी हुई मिर्च भी रसोई में आग लगा रही है। हाल ही में तेलों की कीमतें प्रति लीटर ८ से १० रुपए बढ़ गई हैं। जबकि १४० रुपए प्रति किलो का लाल मिर्च पावडर २०० पार कर गया है। सभी दालें ८० से ऊपर बिक रही हैं। ऐसे में गृहिणियों को रसोई बनाना काफी महंगा साबित हो रहा है। जानकारी के अनुसार खाद्य तेल के दामों में हाल ही में अलग अलग ब्रांड के हिसाब से ८ से १० रुपए प्रति लीटर की तेजी आई है। बताया गया है कि तेलों में मिलाए जाने वाले पाम ऑयल की वजह से जहां सोयाबीन का तेल महंगा हुआ है वहीं अन्य तेलों के दाम भी तेजी पकड़ गए हैं।
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तेल के दाम प्रति लीटर पाउच में
सोया तेल- ९० से १००
सरसों तेल-११०-१३०
मूंगफली तेल-१५०
सनफ्लावर तेल-१०५-११०
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दालों के रेट प्रति किलो
राहर – ९० – १००
मूंग धुली- ९५-१००
मूंग छिलका – ९०
उड़द-१००
चना-६०
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दालों के थोक रेट गिरे फिर भी फुटकर में तेजी
दालों के दामों को लेकर खास बात यह है कि दीपावली के बाद से दालों के थोक रेट में गिरावट हुई पर फुटकर में अभी भी तेजी बनी हुई है। जिससे यह साफ है कि दाल सस्ती होने के बावजूद फुटकर में महंगी बेची जा रही है। गाडरवारा के दाल मिल संचालकों की मानें तो मंडी में दीपावली के मुहूर्त के समय राहर दाल का थोक रेट ६१०० रुपए प्रति क्विंटल था जो अब ५००० से ५१०० रुपए है। दीपावली के समय से अभी तक दालों के थोक रेट में एक हजार रुपए प्रति क्विंटल से ज्यादा की गिरावट आई है। इसके बावजूद दुकानों में फुटकर रेट में राहर दाल १०० रुपए प्रति किलो तक बेची जा रही है।
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इतनी खपत हर माह

जिले में हैं करीब एक लाख परिवार
हर माह खा जाते हैं ३ लाख लीटर तेल
हर माह दालों की खपत-१ लाख किलोग्राम
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खरीफ फसलें २०१९ क्षेत्राच्छादन
हेक्टेयर ( हजार में)
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फसल-पूर्ति २०१८-लक्ष्य २०१९-अनु.पूर्ति २०१९
धान-५२.६-५३.०-५५.०
ज्वार-०.३-०.५-०.५
मक्का-१०.०-१३.०-२३.५
कोदो कुटकी-०-१.०-०
अरहर-४२.१-५५.०-४०.०
उड़द-५६.२-४०.०-५०.०
मूंग-३.४-९.०-४.५
सोयाबीन-२०.१-१९.६-२५.२
तिल-०.६-०.९-०.५
मूंगफली-०.१-०.१-०.०४
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उत्पादकता(किग्रा/ हेक्टेयर)
फसल-पूर्ति २०१८-लक्ष्य २०१९-अनु.पूर्ति २०१९
धान-४०८०-४३००-४४००
ज्वार-२५००-२५००-२५००
मक्का- २५२०-२८००-२८००
कोदो कुटकी-०-७००-०
अरहर-१९२०-२२००-२२००
उड़द-६३०-७५०-१५०
मूंग-५२०-८००-१२५
सोयाबीन-११००-१२००-१२५०
तिल-६६०-९९०-५३०
मूंगफली-१८००-१८००-१८००
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वर्जन
दीपावली के मुहूर्त के समय दालों का थोक रेट ६१०० था जो अब ५००० से ५१०० रुपए प्रति क्विंटल है। दालों के थोक रेट में १००० रुपए प्रति क्विंटल की कमी आई है। पहले की तुलना में दालों के थोक रेट काफी कम हो गए हैं। यही स्थिति अन्य दालों की भी है।
प्रमोद चौकसे, दाल मिल संचालक गाडरवारा

वर्जन
रसोई से संबंधित हर वस्तु महंगी होती जा रही है, प्याज वैसे भी गृहिणियों को रुला रही थी अब खाद्य तेल के दाम बढऩे से और भी आर्थिक बोझ पड़ेगा। खान पान की वस्तुओं की कीमतें ऐसी हों जिससे गरीब और मध्यम वर्ग पर बोझ न पड़े।
हेमलता तोमर गृहिणी

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