कईकारणों से शिक्षकों को पूरा सिलेबस पढ़ाने का समय नहीं मिल सका । इसी बीच प्री बोर्ड एग्जाम की वजह से शिक्षक अपने स्कूलों में पढ़ाने की वजह परीक्षाएं कराने में लग गए हैं । जिससे जो समय उन्हें पढ़ाने के लिए मिलने वाला था वह परीक्षाओं के झंझट में निकल गया है। अब जबकि मार्च में बोर्ड परीक्षाएं हैं तब इस बात को लेकर खुद छात्र शिक्षक और अभिभावक चिंतित हैं कि पाठ्यक्रम पूरा न होने के कारण बोर्ड परीक्षा में कैसे अच्छा परिणाम दे पाएंगे । गौरतलब है कि दो बार प्री बोर्ड परीक्षा में समय खराब होने को लेकर खुद विभाग के संयुक्त संचालक पूर्व में यह आदेश निकाल चुके हैं कि दूसरी बार प्री बोर्ड परीक्षा न ली जाए । नरसिंहपुर जिले में दूसरी प्री बोर्ड परीक्षा चल रही है ।
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इन कारणों से पूरा नहीं हुआ सिलेबस
-दो किश्तों मेंं शिक्षकों के ट्रांसफर के कारण बड़ी संख्या में शिक्षक इधर से उधर हुए
– ट्रांसफर के कारण पहले से काम कर रहे अतिथि शिक्षक हटा दिए गए लेकिन पोर्टल पर दूसरी जगह खाली हुए पद अपडेट नहीं होने से अतिथि शिक्षकों की भर्ती नहीं हुई
-शिक्षकों के पद खाली होने से नहीं हो सकी विषयों की पढ़ाई
-जिले में अतिथि शिक्षकों के करीब 100 से ज्यादा पद खाली हैं।
-हाई स्कूल एवं हायर सेकंडरी स्कूल के शिक्षकों को जून जुलाई में सत्र शुरू होते ही हर महीने पखवाड़े विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षणों के लिए विभाग द्वारा बुलाया जाता रहा
– सतत एवं व्यापक मूल्यांकन,जीवन कौशल प्रशिक्षण में स्कूल से एक साथ तीन-तीन शिक्षकों को 5 दिन तक बुलाया गया।
-हर माह विषयगत एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम, एक्सपोजर विजिट, जैव विविधता विज्ञान मेला विज्ञान प्रदर्शनी , इंस्पायर अवार्ड, ब्रिज कोर्स की ट्रेनिंग
– डेढ़ माह तक कक्षाओं के संचालन,निदानात्मक कक्षाओं संबंधी गतिविधियों के प्रशिक्षण
– साइंस कांग्रेस प्रदर्शनी बाल सभा आपदा प्रबन्धन की गतिविधियों को पूरा करने में लगे ही रहे
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इस तरह हो रहीं प्री बोर्ड की परीक्षाएं
स्कूलों में १२ बजे से तीन बजे तक परीक्षा, उसके बाद तीन से ५ बजे तक बच्चों को पूरा पेपर सॉल्व कराना। शिक्षक द्वारा परीक्षा के एक दिन पहले छात्र छात्राओं को परीक्षा की तैयारी करना।
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वर्जन
पूर्व में मैंने यह आदेश जारी किया था कि दसवीं बोर्ड की प्री बोर्ड परीक्षाएं अपनी सुविधानुसार कराई जाएं । बाद में जब यह निर्देश आया कि जो परीक्षार्थी १० वीं प्री बोर्ड में शामिल नहीं होगा तो उसे ११ वीं कक्षा में प्रवेश नहीं मिलेगा तब मैंने अपना आदेश वापस ले लिया।
राजेश तिवारी, संयुक्त संचालक शिक्षा विभाग
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वर्जन
साल भर गैर शिक्षकीय कार्यों में ड्यूटी, ट्रेनिंग, अन्य गतिविधियों, ट्रांसफर के बाद खाली पदों पर अतिथियों की भर्ती न होने से स्कूलों में समुचित पढ़ाई नहीं हो सकी। उस पर दो बार प्री बोर्ड परीक्षा की वजह से
अब शिक्षकों को पढ़ाने का समय नहीं मिल रहा। अधिकांश स्कूलों में सिलेबस अधूरा है,जिससे तय है कि बोर्ड परीक्षा के परिणाम प्रभावित होंगे।
एसपी त्यागी,जिला सचिव मध्यप्रदेश शिक्षक संघ
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