गौरतलब है कि बारिश के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में उफान पर चल रहे नालों और गांव की नदियों में बनी बाढ़ की स्थिति के कारण 12 सितंबर को बीतली सहित काशीखैरी और इमझिरा जैसे निचले इलाके गांवों में जलभराव की स्थिति बन गई। यहां नाले की बाढ़ का पानी लोगों के घरों में घुस गया। जिसके चलते लोग काफी परेशान बने रहे।
इसी प्रकार डोभी गांव के के काछी मुहल्ला के काचरकोना गांव के उपस्वास्थ्य केंद्र में भी पानी भर गया था। इसके अलावा इमलिया कढ़ेली में ग्राम देवरी राजमार्ग, बिलहरा आदि गांव में लोगों के कच्चे मकानों में पानी भरने क्षति पहुंची थी। बताया गया है जनपद पंचायत चावरपाठा की ग्राम पंचायत देवरी के निवासी दुर्जन ठाकुर के मकान की पीछे की दीवार गिरी व छप्पर टूट गया है। इसी तरह ग्राम पंचायत पलोहा छोटा के ग्राम कटंगी निवासी गुरुचरण ठाकुर का मकान भी ढह गया है। राजमार्ग चौराहा के नेतराम शर्मा के मकान का छप्पर टूट गया है। इस जलभराव कारण बिलहरा, नादिया, देवरी, रौंसरा, चरगंवा, सुआतला, अमथनू सहित आस पास के गांव में फसलें भी प्रभावित बताई गई हैं।
सक्रिय हुआ प्रशासन, बिलहरा गांव में किया निरीक्षण
बारिश से हुए नुकसानी को देखते हुए प्रशासन भी सक्रिय हो गया है। इसके लिए तहसील क्षेत्र में पटवारी, ग्राम सचिव और कृषि विभाग के स्टाफ के साथ गांवों का निरीक्षण कराने का कार्य भी आंरभ हो गय है। इसके अलावा तहसीलदार भी गांवों में निरीक्षण कर रहें है। बारिश के रूकने के बाद तेरह सितंबर की दोपहर तेंदूखेड़ा तहसीलदार पंकज मिश्रा और नायब तहसीलदार अनामिका सिंह ने ग्राम बिलहरा में बाढ़ से क्षतिग्रस्त मकानो का निरीक्षण किया और खेतों में फ सल के नुकसान का आकलन किया। इस मौके पर उनके साथ राजस्व निरीक्षक केके भलावी, पटवारी सचिन तिवारी, राजामेहरा ग्राम पंचायत बिलहरा सरपंच शंकर पटैल भी मौजूद रहे।
इनका कहना है
बारिश से हुई क्षति क ा पटवारी, कृषि विभाग और ग्राम पंचायत सचिव की टीम से आंकलन कराया जा रहा है। नुकसान का वास्तवित आंकलन तो रिपोर्ट मिलने के बाद ही पता चलेगा। वैसे नजरी आंकलन के मुताबिक क्षेत्र में करीब सवा चार सौ कच्चे मकानों को आंशिक क्षति पहुंची है। इसके अलावा कुछ जगहों पर उड़द की फसल खराब होने की सूचना मिल रही है। सर्वे चल रहा है।
पंकज मिश्रा, तहसीलदार तेंदूखेड़ा