श्री दिगम्बर जैन तारण तरण चैत्यालय में बाल संस्कार शिविर का आयोजन किया गया। एक सप्ताह तक चले इस शिविर में कोटा राजस्थान से आए भैया राहुल शास्त्री ने समाज के बच्चों को जैन धर्म का ज्ञान देते हुए जैन आगम के24 तीर्थंकर भगवानो के बारे में बताया। कौन से तीर्थंकर कहां से मोक्ष गए, जैन धर्म के महामन्त्र णमोकार और भक्ताम्बर स्रोत पर प्रकाश डालते हुए इनकी महिमा बच्चों को समझाई। शिविर में उपस्थित बच्चों को माता पिता एवं अपने बड़ों के प्रति संस्कार और अपने जीवन को सफल बनाने के लिए उनका आचरण कैसा होना चाहिए, इसका पाठ पढ़ाया गया। बच्चों को इस बात की शिक्षा भी दी गई कि एक अच्छे बालक की दिनचर्या कैसी होनी चाहिए। शिविर में बच्चों को भक्ष्य पदार्थो का भक्षण करने और अभक्ष्य पदार्थो का त्याग करने की शिक्षा दी गई। बाल संस्कार शिविर में उपस्थित बच्चों ने कार्ड सीट पर ड्राइंग कर जैन धर्म से सम्बंधित विभिन्न आकृतियां बनाकर प्रस्तुत कीं। बाल संस्कार शिविर में हिस्सा लेने के लिए बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए तारण तरण महिला मंडल द्वारा पारितोषिक वितरण किया गया। शिविर में तारण तरण महिला मंडल की अध्यक्ष साधना जैन, उपाध्यक्ष माया जैन, संरक्षक मंडल की सिंधु, रागनी, भारती, मणि एवं साक्षी जैन का सक्रिय सहयोग रहा।