रिकार्डेड उद्घोषणा बंद
रेल यात्रियों ने बताया कि पहले दोनों प्लेटफॉर्म पर यात्रियों को ट्रेनों के आने की सूचना देने के लिए रिकार्डेड उद्घोषणा सुनाने हेतु लाउड स्पीकर लगवाए गए थे। लंबे अरसे से ट्रेनों की सूचना नहीं मिल रही। बोर्ड पर गाड़ी का जो समय लिखा रहता है, उससे गाड़ी कई बार बहुत देर से आती है। ट्रेन आने के पहले घंटी बजाई जाती है। लेकिन प्लेटफॉर्म नंबर दो एवं एक पर दूर खड़े यात्रियों तक घंटी की आवाज भी नहीं पहुंचती। इससे अचानक ट्रेन आने पर अफरा तफरी मचती है।
दूसरी ओर से चढ़ रहे लोग
प्लेटफॉर्म पर भीड़ जुटने से कुछ लोग प्लेटफॉर्म के नीचे की ओर से डिब्बे में चढ़ते हैं। ऐसे में लाइन के पास खड़े लोगों के दुर्घटनाग्रस्त होने का भय बना रहता है। इसके साथ ही लोग ब्रिज के बजाय लाइन क्रास करके दूसरे प्लेटफॉर्म तक जाते हैं। जबलपुर की ओर से ट्रेन आने पर अनेक लोग दो नंबर प्लेटफॉर्म के बजाय लाइन पर उतरते हैं एवं क्रास करके एक नंबर पर आते हैं। इसमें जानलेवा हादसे का खतरा बना रहता है। इसके साथ ही लोगों ने प्लेटफॉर्म के नलों से गर्म पानी आने, ट्रेन आने के कुछ देर पहले नल चालू करने, दो नंबर प्लेटफॉर्म पर कोयले की कालिख उडक़र आने जैसी परेशानियां भी बताईं। लोगों ने अधिकारियों से गाडरवारा स्टेशन का महत्व देखते हुए प्लेटफॉर्म के शेड विस्तार कराने, कोच डिस्प्ले सिस्टम, रिकार्डेड उद्घोषणा सहित सभी सुविधाओं की मांग की है।