इसी क्रम में घटना के चौथे दिन शनिवार को भी तलाश जारी रही। जिसके अंतर्गत घटना स्थल से लगभग एक किमी नीचे की ओर 12 वर्षीय मासूम अभिनव का शव उतराता मिला। जिसे प्लाटून कमांडर अनिमेष राजपूत एवं टीम ने बाहर निकाला। वहीं शाम होते होते खबर मिली कि ककराघाट के पास से रितु कौरव का भी शव मिल है। एसडीओपी एसआर यादव ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि ककराघाट से रितु का शव मिलने की जानकारी मिलते ही वह वहीं पहुंच रहे हैं। बहरहाल उक्त शव मिलने के बाद खबर लिखे जाने तक पुलिस द्वारा आवश्यक कार्रवाई जारी थी। आखिरकार घटना के चौथे दिन दोनों के शव मिलने की सूचना मिलते ही उनके घरों में पुन: कोहराम मच गया। परिजन भी घाट की ओर रवाना हो गए हैं।
ये है मामला
भौंरझिर गांव निवासी कौरव परिवार मकर संक्रांति पर लिंगा घाट स्नान करने पहुंचे थे। अभिराज कौरव (12) बहन रितु कौरव(21) नहाते हुए गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे। अभिराज के पिता अखिलेश कौरव व भौंरझिर गांव की ही विभा कौरव घाट पर थे। उन्होंने पुत्र और भतीजी को डूबता देख बचाने के लिए पानी में छलांग लगा दी और वे भी डूबने लगे। स्थानीय लोगों ने उन्हें डूबते हुए देखा तो बमुश्किल अखिलेश और विभा को गहरे पानी से बाहर निकाला और बचा लिया, लेकिन अभिराज व रितु गहरे पानी के बीच लापता हो गए। भाई-बहन के डूबने से घाट पर हडक़ंप मच गया और बड़ी संख्या में स्थानीय तैराक व गोताखोरों ने उन्हें तलाशने के लिए नदी में छलांग लगा दी थी लेकिन उनका कोई पता नहीं चला था।