हजारों ट्रक रेत का किया भंडारण
अवैध उत्खनन करने के अलावा रेत माफियाओं ने प्रशासन की आंखों में धूल झूकने के लिए नरसिंहपुर जिले में अवैध खदान के पास ही रेत के भंडारण की अनुमति ले रखी है। जांच में यहां हजारों डंपर रेत पाई गई है, लेकिन भंडारण की स्वीकृति होने के कारण अब इस स्टॉक की रेत को जब्त करने की कार्रवाई करने में भी अफसर कतरा रहे हैं। एसडीएम सोनम जैन ने बताया कि स्टॉक की स्वीकृति है फिर भी इसकी जांच की जाएगी।
वर्षों से चल रहा था उत्खनन
बताया जा रहा है कि इस अवैध खदान में बेदर के नाम पर वर्षों से रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा था। हजारों डंपर रेत का स्टॉक मौके पर करके रेत बेची जा रही थी। खदान में अवैध उत्खनन का खुलासा होने के बाद माइनिंग विभाग के स्थानीय अफसर भी जांच के घेरे में आ गए है वहीं राजस्व व पुलिस विभाग की भूमिका भी संदिग्ध हो गई है।
तबाह कर दिए खेत और सड़क
वर्षों से चल रही इस अवैध रेत खदान ने कई किसानों के खेत और गांवों की सड़कें तबाह कर दी। ग्रामीणों ने बताया कि कई किसानों के खेत रेत के कारण बंजर में तब्दील हो गए। गांवों की सड़कों के परचख्खे उड़ गए हैं। सड़क किनारे मकानों में रहने वाले लोग हादसों से आशंकित रहते हैं। समस्याओं से जूझ रहे किसानों ने जब विधायक पटैल को समस्या बतलाई तो वे गत दिवस खुद ही मौके पर पहुंची और जांच की। एक डंपर भी जब्त करवा दिया और प्रशासन से कार्रवाई करने की मांग की। इसके बाद अफसर हरकत में आए।
इनका कहना
होशंगाबाद जिले के बेदर में रेत खदान स्वीकृत की गई थी, लेकिन रेत ठेकेदार ने हमारे जिले में रेत का अवैध उत्खनन किया है। १ से डेढ़ किलोमीटर क्षेत्र में अवैध उत्खनन मैने खुद घूमकर देखा है। करीब ४ किलोमीटर एरिया में अवैध उत्खनन हुआ है। मौके से एक मशीन जब्त की गई है। हजारों डंपर रेत का स्टॉक भी पाया गया है, जिसकी जांच की जा रही है।
दीपक सक्सेना, कलेक्टर