जिला मुख्यालय से करीब 40 किमी दूर और एनएच 26 फोरलेन से करीब 10 किमी दूर स्थित ग्राम पंचायत बीकौर के अंतर्गत नर्मदा नदी के सागौन घाट से गर्मियों के सीजन में जो अवैध तरीके से रेत का उत्खनन कर अवैध भंडारण किया गया था अब उसे बेचा जा रहा है। बताया गया है कि रेत के इस अवैध कारोबार में कुछ स्थानीय लोग शामिल हैं जो रसूखदार नेताओं के संरक्षण में खुलेआम रेत बेच रहे हैं। डंपरों और ट्रैक्टर ट्रालियों के माध्यम से रेत का परिवहन किया जा रहा है जिससे गांव का मार्ग बदहाल हो गया है। इस बारिश में ऐसे रास्तों से न तो ग्रामीण पैदल चल पा रहे हैं और न दो पहिया वाहनों से आवागमन कर पाते हैं।
चेतावनी बोर्ड का नहीं असर
इस घाट से रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन को रोकने के लिए घाट से करीब 500 मीटर पहले कलेक्टर की ओर से एक चेतावनी बोर्ड भी लगाया गया है। जिसमें सख्त कार्रवाई की बात लिखी है पर रेत माफिया पर इसका कोई असर नहीं है।
22 दिन चला था धरना
नर्मदा के सागौन घाट के उस पार रातीकरार घाट से रेत का अवैध खनन और परिवहन रोकने के लिए आम आदमी पार्टी के पूर्व संयोजक अजय दुबे के नेतृत्व में नर्मदा प्रेमियों ने 22 दिन धरना दिया था। पर इस ओर कोई विरोध न होने की वजह से रेत का कारोबार बेरोकटोक जारी है।
इनका कहना है
मौके पर माइनिंग इंस्पेक्टर को भेजकर कार्रवाई कराई जाएगी।
एसएस बघेल, खनिज अधिकारी