नरसिंहपुरPublished: Mar 19, 2019 06:13:52 pm
narendra shrivastava
बिना अवकाश घोषणा के स्कूलों में ताले, परीक्षा के बाद नहीं खुल रहीं अधिकांश शालाएं
schools not open after the examination
गोटेगांव। शिक्षा विभाग की ओर से अभी शालाओं में किसी प्रकार का अवकाश घोषित नहीं हुआ है। इसके बाद भी शिक्षक स्कूल नहीं आ रहे हंै और वह परीक्षा के बहाने शाला में ताला लटका कर आराम फरमा रहे हंै। शालाए बंद होने के कारण बच्चे स्कूल नहीं आते हंै, जिसके कारण उनको मध्याह्न भोजन प्राप्त नहीं हो रहा है।
सोमवार को पत्रिका प्रतिनिधि ने सरकारी स्कूलों का अवलोकन किया तो कुछ स्कूलों में सिर्फ शिक्षक बैठे नजर आए। वहीं कुछ स्कूलों में बच्चों की संख्या कम मिली। इस पर बेदू प्राथमिक शाला के शिक्षक का कहना था कि परीक्षा हो जाने के बाद कम बच्चे ही स्कूल आ रहे हंै। गढ़पेहरा, सिरकोना, नौनपिपरिया में शिक्षक तो नजर आए, लेकिन बच्चे शाला में नहीं मिले।
बेदू गांव में मौजूद हाइस्कूल भवन में ताला लटका मिला। यहां पर एक भी शिक्षक और बच्चे मौजूद नहीं थे। वहीं शासकीय प्राथमिक शाला रोसरा में भी ताला लटका हुआ था। ग्रामीणों ने बताया कि अभी कोई नहीं आया है। यहां पर पदस्थ शिक्षक की जब इच्छा होती है तब आते हैं। माध्यमिक शाला में परीक्षा का दौर चलने से बच्चे परीक्षा दे रहे थे। छटवीं और सातवीं का पेपर होने से माध्यमिक शाला में शिक्षक परीक्षा लेते नजर आए, लेकिन प्राथमिक शाला में कोई नहीं मिला।
एक अप्रैल से शिक्षा का नया सत्र प्रारम्भ करने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं करने के निर्देश शालाओं का प्राप्त हो चुके हैं। इसके बाद भी शिक्षा के नए सत्र की कोई तैयारी शालाओं में नजर नहीं आ रही है। इस संबंध में ब्लॉक शिक्षा अधिकारी केके मेहतो का कहना है कि जब तक अवकाश घोषित नहीं होता है तब तक शाला में कार्यरत शिक्षक स्कूल बंद नही कर सकते हैं। स्कूलों का औचक निरीक्षण कर संबंधित शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी।