नरसिंह तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए श्रमदान शुरू
नरसिंह तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए श्रमदान की शुरूआत कलेक्टर रोहित सिंह ने बुधवार को सुबह की। उन्होंने पूजा- अर्चना कर तालाब गहरीकरण के लिए मिट्टी खोदकर श्रमदान का शुभारंभ किया। इस मौके पर कलेक्टर ने नरसिंह तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए यहां मौजूद लोगों से सुझाव भी लिये।
नागरिक कचरा गाड़ी में ही कचरा डालें।
नरसिंहपुर
Published: May 18, 2022 10:00:01 pm
नरसिंहपुर. नरसिंह तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए श्रमदान की शुरूआत कलेक्टर रोहित सिंह ने बुधवार को सुबह की। उन्होंने पूजा- अर्चना कर तालाब गहरीकरण के लिए मिट्टी खोदकर श्रमदान का शुभारंभ किया। इस मौके पर कलेक्टर ने नरसिंह तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए यहां मौजूद लोगों से सुझाव भी लिये।
नागरिक कचरा गाड़ी में ही कचरा डालें।
कलेक्टर रोहित सिंह ने कहा कि जिला गौरव दिवस के क्रम में नरसिंह तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए श्रमदान का शुभारंभ किया जा रहा है। यह गौरव यात्रा अनवरत चलती रहे, इसके लिए सभी जिलावासी प्रयास करें। उन्होंने कहा कि नरसिंह तालाब को एक कैनवास की तरह लेकर सुंदर बनाना है। उन्होंने नरसिंहपुर को स्वच्छता में नम्बर वन बनाने के लिए सहयोग करने का आग्रह नागरिकों से किया। सिंह ने कहा कि घर से निकलने वाला कचरा डस्टबिन एवं कचरा गाड़ी में ही डालें। कहीं भी नहीं फैलायें। सप्ताह में कम से कम एक दिन स्वच्छता श्रमदान करें। सिंह ने नरसिंह मंदिर व नरसिंह तालाब परिसर को पुण्य क्षेत्र घोषित करने की बात कही। उन्होंने कहा कि यहां गंदगी फैलाना दंडनीय होगा। उन्होंने तालाब के चारों तरफ अतिरिक्त घाट एवं मवेशियों को पीने के पानी की व्यवस्था करने, आऊटर एवं इनर वॉल बनाने, मंदिर के झुकाव को दुरूस्त करने, मंदिर के चारों तरफ प्लेटफार्म तैयार कर परिक्रमा पथ बनाने पर विचार- विमर्श किया। कलेक्टर ने कहा कि नरसिंह मंदिर एवं तालाब जिले की पहचान एवं सम्पदा है। इसे सुरक्षित एवं संरक्षित करने पर कलेक्टर ने जोर दिया। सिंह ने कहा कि नरसिंह तालाब सौंदर्यीकरण एवं स्वच्छता के लिए सभी संगठन, मातृ शक्ति, युवा और समाज के सभी वर्ग जुड़ें। कलेक्टर ने कहा कि नरसिंह तालाब परिसर में गहरीकरण के लिए नागरिक सहयोग करें।
पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव ने कहा कि नरसिंह तालाब सौंदर्यीकरण के लिए जेसीबी मशीनों से काम होगा ही, इसके लिए लोग श्रमदान भी करें। इस कार्य से भावनात्मक जुड़ाव होगा।
लोगों ने नरसिंह तालाब सौंदर्यीकरण के लिए अपने- अपने सुझाव दिये। लोगों ने यहां बाउंड्रीवाल बनाने, इसके 5 फीट ऊपर तक सुरक्षा की दृष्टि से जाली लगाने, भीतर 5 फुट चौड़ा ट्रेक लोगों को घूमने के लिए बनाने, नरसिंह तालाब में पैडल व मोटर बोट चलाने के सुझाव दिये। लोगों ने कहा कि नरसिंह तालाब में नाली या किसी भी प्रकार का गंदा पानी नहीं मिलना चाहिये, इसे सख्ती से रोका जाये व जुर्माना लगाया जाये। कपूरी- मैनावारी की तरफ से रेलवे लाइन के नीचे से आने वाला पानी फोर लाइन सड़क बन जाने से बंद हो गया है। इसका प्रवाह पुन: शुरू करने के लिए प्रयास किये जायें। नरसिंह तालाब के चारों तरफ पाथ- वे बने और सुरक्षा की अच्छी व्यवस्था रहे। जहां से तालाब में नर्मदा जल आ रहा है, वहां नर्मदा द्वार बनाया जाये। नर्मदा जी की मूर्ति लगाई जाये। शासकीय सेवक और आम नागरिक अपने जन्मदिन के अवसर पर नरसिंह तालाब परिसर में पौधरोपण करें। यहां अच्छा बगीचा विकसित कर लाईटिंग की व्यवस्था की जाये। नरसिंह तालाब के बीचों- बीच सुंदर मंदिर बने और आने- जाने के लिए रास्ता रहे। शासकीय परिसरों, मंदिरों में यत्र- तत्र रखी प्राचीन मूर्तियों को रखने के लिए यहां छोटा म्यूजियम- संग्रहालय बनाया जाये। सभी संकल्प लें कि घर एवं नरसिंह मंदिर के आसपास स्वच्छता रखेंगे और गंदगी नहीं करेंगे।

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