झामर गांव के कोटवार सेवकराम चढ़ार, जितेंद्र लोधी अंकित पटैल, अमित सिंह सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि अन्य गांवों की तरह झामर में भी बच्चा चोरी करने वाले लोगों के सक्रिय होने की खबरें सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार मिल रही थीं। जिससे लोग भयभीत हो रहे थे। कोटवार की सलाह पर हमने गांव में आने वाले हर व्यक्ति से उनकी पहचान के लिए आधार कार्ड या अन्य कोई परिचय पत्र मांगना शुरू कर दिया और पूर्ण संतुष्टि होने पर ही गांव में अपरिचित को प्रवेश देते हैं। जब हमारे पास पहचान होगी तो अप्रिय घटना होने पर पुलिस को भी आरोपी तक पहुंचने में आसानी होगी ।
वर्जन
झामर गांव के लोगों की इस व्यवस्था का सकारात्मक पक्ष यह है कि ग्रामीण हर अजनबी से बात कर उसकी पहचान सुनिश्चित कर रहे हैं। जिससे अनजान व्यक्ति की भी सुरक्षा हो रही है और अप्रिय घटनाओं से बचा जा रहा है।
मनोज ठाकुर, एडीएम
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झामर गांव के लोगों की इस व्यवस्था का सकारात्मक पक्ष यह है कि ग्रामीण हर अजनबी से बात कर उसकी पहचान सुनिश्चित कर रहे हैं। जिससे अनजान व्यक्ति की भी सुरक्षा हो रही है और अप्रिय घटनाओं से बचा जा रहा है।
मनोज ठाकुर, एडीएम