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कहीं जमीन चूम रहे तो कही टूट रहे मील के पत्थर

locationनरसिंहपुरPublished: Dec 18, 2018 05:40:24 pm

Submitted by:

ajay khare

बदहाली झेल रहे माइल स्टोन

Mile stone

Mile stone

गाडरवारा। एक स्थान से दूसरे स्थान की दूरी बताने के लिए सड़कों किनारे माइल स्टोन अर्थात मील के पत्थर लगे रहते हैं। इन्ही के सहारे लोगों को अपना गतव्य एवं दूरी का पता चलता है। लेकिन क्षेत्र में अनेक स्थानों पर लगे मील के पत्थर या तो टूट गए हैं, तिरछे होकर जमीन चूम रहे हैं। वहीं अनेक जगह पर मील के पत्थर झाडिय़ों से ढंके हैं। इससे लोगों को ज्ञात नहीं हो पाता कि वह जिस गंतव्य पर जा रहे हैं। उसकी दूरी कितनी शेष बची है।
कामती से गाडरवारा आने वाली रोड पर ऐसे अनेकों मील के पत्थर लगे हुए हैं। इनमें से कुछ झाडिय़ों से ढंके होने से सड़क से जा रहे वाहन चालकों को आसानी से नजर नहीं आते। वहीं सड़क के रिन्यूवल कोट के कार्य से सड़क की ऊंचाई बढऩे का असर भी सड़क किनारे लगे मील के पत्थरों पर पड़ा है। इसी क्रम में जब गाडरवारा नगर के पास लोग आते हैं तो नगर की सीमा के बाहर लगा हुए एक किमी की दूरी प्रर्शित करने वाला माइल स्टोन तिरछा होकर जमीन चूमने बेताब नजर आता है। उक्त माइल स्टोन इतना अधिक झुक गया है कि दूरी पढऩा असंभव है। इससे मील के पत्थर का वहां होना या न होना बराबर है।
ऐसे ही गाडरवारा नगर के अस्पताल रोड पर से स्टेशन की ओर जाने पर उत्सव भवन के सामने लगा मील का पत्थर बीते दिनों किसी वाहन चालक ने टक्कर मार कर, उखाड़कर जमीन पर गिरा दिया था। जिसे किसी प्रकार सीधा करने का प्रयास करके लगाया तो गया है। लेकिन यह भी तिरछा लगा हुआ है। साथ ही सीमेंट का बेस बनाकर सैट न किए जाने से कभी भी दोबारा गिर सकता है। इस मील के पत्थर का काम चलाऊ तरीके से केवल मिटटी में दबाकर खड़ा किया गया है। जबकि बाहर से नगर में आकर रेलवे स्टेशन जाने वाले लोगों को लिए यह मील का पत्थर बहुत बड़ा सहारा है क्योंकि आसपास ऐसा कोई संकेतक नहीं लगा जो रेलवे स्टेशन की दिशा एवं दूरी बताए। इससे रात में आने वालों को यह बहुत सहारा देता है।
अस्पष्ट हो रही लिखाई
मील के पत्थरों की लंबे अरसे से पुताई कर दोबारा गंतव्य के नाम एवं दूरी अंकित नहीं की गई है। जिससे अनेक माइल स्टोन से वार्निश झडऩे लगा है। साथ ही गंतव्य स्थान का नाम एवं दूरी दोनों अस्पष्ट होने से वाहन चालक चलते वाहन में इसे आसानी से पढ़ भी नहीं पाते।
सड़क के बोर्डों पर चिपके पोस्टर
मील के पत्थरों के अलावा समीपी ग्रामों की सड़क निर्माण एवं दूरी बताने वाले बोर्ड भी अनेक स्थान पर लगे हुए हैं। ऐसे बोर्ड पर अक्सर लोग किसी धार्मिक या अन्य आयोजन के पोस्टर पंपलेट चिपका जाते हैं। इससे संबंधित व्यक्ति को उस दिशा की जानकारी नहीं मिल पाती। लोगों ने ऐसे सभी माइल स्टोन एवं बोर्ड को ठीक कराने की अपेक्षा जताई है।
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