बता दें कि रेलवे ने 30 सितंबर को ही सर्कुलर जारी कर सूचित किया था कि एक अक्टूबर से वर्तमान में चलाई जा रहीं सभी ट्रेनों के नाम के आगे से स्पेशल शब्द और ट्रेन नंबर से जीरो हटाया जाएगा। इससे ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को एक शहर से दूसरे शहर के बीच यात्रा करने के लिए स्पेशल ट्रेन का किराया नहीं देना पड़ेगा। भोपाल रेल मंडल के अफसरों ने इसकी पुष्टि भी की थी कि एक अक्टूबर से ट्रेनें प्री- कोविड के नियमों के तहत चलेंगी।
लेकिन ऐसा हो नहीं पाया है। ट्रेनों के नाम के आगे स्पेशल भी लगा है और ट्रेन नंबर से शून्य भी नहीं हटाया गया है। ऐसे में रेल यात्रियो को अब भी पहले की तरह ही स्पेशल ट्रेनों से सफर करना पड़ रहा है जिसके चलते टिकट दर में भी अभी कोई घटोत्तरी नहीं हुई, न तो जनरल टिकट मिल रहा है। अब भी लोगों को रेल सफर के लिए सीट रिजर्व करानी पड़ रही है। कम से कम गोटेगांव, जबलपुर, कटनी, गाडरवारा, इटारसी आदि स्टेशनों पर तो यही आलम है।
‘ट्रेनें शून्य लगकर स्पेशल रूप में ही चल रहीं हैं। जनरल टिकट से यात्रा करने संबंधी आदेश फिलहाल नहीं आया हैं। एमएसटी की शुरुआत सिर्फ मेमू ट्रेन में ही की गई है। इसकी दर मार्च 2020 के पहले की ही रखी गई है।”-संजय सोनकर, स्टेशन अधीक्षक, नरसिंहपुर