करेली- नगरपालिका क्षेत्र के अंतर्गत रांकई पिपरिया रोड पर नगर की खेल प्रतिभाओं के अभ्यास एवं अन्य खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन के लिए यथोचित वातावरण उपलब्ध कराने के लिए 56.42 लाख की लागत से बनाया गया हरिविष्णु कामथ स्टेडियम का अभी तक आरम्भ नहीं हो सका है। जिसके कारण यह परिसर बिना उपयोग के ही खण्डहर में तब्दील होता जा रहा है। ऐंसा पहली बार देखने को मिल रहा है कि किसी लोकार्पित सौगात के तुरन्त बाद से ही उसके सुधार मरम्मत एवं उपयोग शुरू कराने की लगातार माँग की जा रही हो। क्योंकि किसी सौगात के लोकार्पण से चकाचक निर्माण एवं उपयोग के लिये बिल्कुल तैयार नई नवेली व्यवस्था का भान होता है। परन्तु यहां नगरवासियों खेल प्रेमियों एवं खिलाडिय़ों के साथ अन्याय हुआ है। लोग इस स्टेडियम की सौगात को लेकर अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
गौरतलब है कि बीते 2 साल पूर्व 5 नवम्बर 2016 को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घाट बम्होरी में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान जिले के अन्य शिलान्यासों एवं लोकार्पणों के साथ खेल एवं युवक कल्याण विभाग द्वारा 56.42 लाख की लागत से निर्मित इस मिनी स्टेडियम का भी लोकार्पण कर गये थे। सीएम भले ही इस मिनी स्टेडियम के लोकार्पण कर गये थे लेकिन धरातल पर इसकी वास्तविक स्थित कुछ और ही है। असल स्थिति में स्टेडियम भारी दुर्दशा का शिकार है। यहां खेलना तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल है। उपयोग न होने के कारण सतह ऊबड़ खाबड़ है जिस पर कटीली झाडिय़ाँ लगी हुई हैं। यहां ग्राउंड में लगने वाली घास लगना प्रस्तवित है परंतु अभी गाजर घांस फ ल फूल रही है। अभी यह ग्राउंड मवेशियों की चरागाह बना हुआ है जहाँ आवारा मवेशी सहित लोग अपने मवेशी चराने के लिए लाते हैं। दर्शक दीर्घा का इतना गुणवत्ताहीन एवं घटिया निर्माण हुआ है कि उपयोग के बिना ही बड़ी बड़ी दरारें बन गई हैं एवँ अनेक जगह से सीमेंट निकला हुआ है। स्टेडियम का गेट हमेशा खुला रहता है जिसके कारण यह असामाजिक तत्वों का अड्डा बना हुआ है जो कि शाम होते ही मैखाने में तब्दील हो जाता है एवं सभी तरह की अनैतिक गतिविधियाँ होती हैं। ज्ञात हो कि पत्रिका द्वारा 13 सितंबर 2018 के अंक में भी इस मिनी स्टेडियम की दुर्दशा को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था। जिस पर संज्ञान लेते हुए खेल एवं युवक कल्याण विभाग द्वारा मैदान पर घास लगाये जाने के लिए ग्राउंड सरफेस तैयार करने का काम शुरू भी कर दिया था। लेकिन एक दो दिन काम करने के बाद से फि र स्थिति जस का तस बनी हुई है एवं चार माह बीत जाने के बाद भी सरफेस तैयार नहीं हो पायी है।
गौरतलब है कि बीते 2 साल पूर्व 5 नवम्बर 2016 को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घाट बम्होरी में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान जिले के अन्य शिलान्यासों एवं लोकार्पणों के साथ खेल एवं युवक कल्याण विभाग द्वारा 56.42 लाख की लागत से निर्मित इस मिनी स्टेडियम का भी लोकार्पण कर गये थे। सीएम भले ही इस मिनी स्टेडियम के लोकार्पण कर गये थे लेकिन धरातल पर इसकी वास्तविक स्थित कुछ और ही है। असल स्थिति में स्टेडियम भारी दुर्दशा का शिकार है। यहां खेलना तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल है। उपयोग न होने के कारण सतह ऊबड़ खाबड़ है जिस पर कटीली झाडिय़ाँ लगी हुई हैं। यहां ग्राउंड में लगने वाली घास लगना प्रस्तवित है परंतु अभी गाजर घांस फ ल फूल रही है। अभी यह ग्राउंड मवेशियों की चरागाह बना हुआ है जहाँ आवारा मवेशी सहित लोग अपने मवेशी चराने के लिए लाते हैं। दर्शक दीर्घा का इतना गुणवत्ताहीन एवं घटिया निर्माण हुआ है कि उपयोग के बिना ही बड़ी बड़ी दरारें बन गई हैं एवँ अनेक जगह से सीमेंट निकला हुआ है। स्टेडियम का गेट हमेशा खुला रहता है जिसके कारण यह असामाजिक तत्वों का अड्डा बना हुआ है जो कि शाम होते ही मैखाने में तब्दील हो जाता है एवं सभी तरह की अनैतिक गतिविधियाँ होती हैं। ज्ञात हो कि पत्रिका द्वारा 13 सितंबर 2018 के अंक में भी इस मिनी स्टेडियम की दुर्दशा को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था। जिस पर संज्ञान लेते हुए खेल एवं युवक कल्याण विभाग द्वारा मैदान पर घास लगाये जाने के लिए ग्राउंड सरफेस तैयार करने का काम शुरू भी कर दिया था। लेकिन एक दो दिन काम करने के बाद से फि र स्थिति जस का तस बनी हुई है एवं चार माह बीत जाने के बाद भी सरफेस तैयार नहीं हो पायी है।
इनका कहना है-
करेली स्टेडियम का शीघ्र निरीक्षण किया जाएगा एवं निर्माण एजेंसी से सभी लंबित कार्यों शीघ्रता से पूर्ण करवाया जाएगा। स्टेडियम को तैयार कर युवाओं,खेल प्रतिभाओं के खेलने लिए उपयुक्त वातावरण उपलब्ध कराने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
आरपी अहिरवार,सीईओ जिलापंचायत नरसिंहपुर
करेली स्टेडियम का शीघ्र निरीक्षण किया जाएगा एवं निर्माण एजेंसी से सभी लंबित कार्यों शीघ्रता से पूर्ण करवाया जाएगा। स्टेडियम को तैयार कर युवाओं,खेल प्रतिभाओं के खेलने लिए उपयुक्त वातावरण उपलब्ध कराने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
आरपी अहिरवार,सीईओ जिलापंचायत नरसिंहपुर