नरसिंहपुर/करेली- नगर के शापिंग काम्पलेक्सों में दुकानदारों की मनमर्जी के चलते दुकानों का सामान इन काम्पलेक्स के कारीडोर और गैलरी तक पहुंच रहा है। जिसके कारण जहां एक ओर गैलरी पूरी तरह से बंद होकर रह गई है,वहीं दूसरी ओर लोगों को गैलरी के दूसरे छोर तक जाने के लिए इस चिलचिलाती धूप में भटकना पड़ राह है। यह स्थिति निरंजन चौक पर स्थित नगर के सबसे बड़े शापिंग काम्पलेक्स की है। स्थानीय गांधी भवन ट्रस्ट द्वारा संचालित इस गांधी काम्पलेक्स को नगर का सबसे बड़ा शापिंग काम्पलेक्स माना जाता है। इसमें दोनो मंजिलों पर बड़ी संख्या में विभिन्न प्रकार की दुकानें संचालित होती है लेकिन दुकानदारों द्वारा अपनी निर्धारित सीमा से अधिक जगह कवर करते हुए पूरे कारीडोर और गैलरी को सामान रख कर बंद कर दिया जाता है। इसे लेकर बीते दिनों नगरपालिका की टीम ने पालिथिन जप्ती की कार्रवाई के दौरान लोगों को अपनी दुकानों का सामान निर्धारित सीमा में अंदर ही रखने की समझाइश भी दी थी,लेकिन नपा की टीम की समझाइश बेअसर ही साबित होकर रह गई। नागरिकों के अनुसार काम्पलेक्स की दुकानदारों के लिए अपनी दुकानों का सामान दुकानों के अंदर ही रखना का प्रावधान भी है लेकिन इसका कोई पालन करते नही दिख रहा है। जिसक ा खामियाजा यहां पहुंचने सैंकड़ों ग्राहकों को भटकाव की स्थिति का सामना करके करना पड़ रहा है। ऐसा नही है यह स्थिति सिर्फ गांधी काम्पलेक्स के कारीडोर तक सीमित है,बल्कि नगर की मुख्य सड़क पर दुकानों के सामने सामान रखने वाले बड़ी संख्या में है। इन्हें न तो अपने ग्राहकों की चिंता है और न ही नागरिकों की। निरंजन चौराहे से बरमान चौराहे के बीच शाम के समय जो अफरा तफरी रहती है वह नागरिकों को परेशान करने वाली रहती है। कुछ दुकानें तो ऐसी है जो दुकान में कम सड़क पर अधिक सामान रखने के कारण लोगों के लिए मुसीबत बन जाती है।
दूसरे रास्तों की स्थिति भी बदतर
ऐसा नहीं है कि नगर में मुख्यमार्ग और शापिंग काम्पलेक्सों में ही अतिक्रमण के कारण लोगों को दिक्कत हो रही है। दूसरे रास्तों पर भी दुकानों का सामान बाहर रखने से वहां से निकलने वाले लोगों को दिक्कत होती है। इसमें पिछले सड़क, गुरूद्वारा से सोमवारा बाजार जहां भारी वाहन खड़े रहते है। उत्कृष्ट विद्यालय मार्ग, बरमान चौराहे से इमलिया रोड ऐसे ही मार्ग है जहां दुकानों का सामान बाहर रखा रहता है या फिर भारी वाहन खड़े रहते है। नागरिकों में सुनील कुमार,राजेंद्र पटैल सहित अन्य लोगों का कहना है कि सड़कें हों या काम्पलेक्स की गैलरी यह नागरिकों के लिए चलने के लिए बनाई जाती है जिससे उन्हें आने जाने में परेशानी न हो। लेकिन यहां सामान रखा जाता है। यह प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है। दुकानदार बड़े हो या छोटे जिसकों जहां मौका मिलता है वह अपनी दुकान का सामान निकालकर बाहर रख देता है। जिससे लोगों को आने जाने में दिक्कत होती है।
इनका कहना है-
तीन चार दिन पहले पालिथिन जप्ती की कार्रवाई के दौरान एक एक दुकानदार को अपनी दुकान का सामान अंदर रखने की समझाइश दी जा चुकी है। इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारी ने भी आदेश दिया है,एक या दो दिन में नगरपालिका की टीम द्वारा सड़क पर मिलने वाले दुकानों के सामान की जप्ती किये जाने की कार्रवाई की जायेगी।
पुष्पेश विश्वकर्मा इंजीनियर नगरपालिका करेली
दूसरे रास्तों की स्थिति भी बदतर
ऐसा नहीं है कि नगर में मुख्यमार्ग और शापिंग काम्पलेक्सों में ही अतिक्रमण के कारण लोगों को दिक्कत हो रही है। दूसरे रास्तों पर भी दुकानों का सामान बाहर रखने से वहां से निकलने वाले लोगों को दिक्कत होती है। इसमें पिछले सड़क, गुरूद्वारा से सोमवारा बाजार जहां भारी वाहन खड़े रहते है। उत्कृष्ट विद्यालय मार्ग, बरमान चौराहे से इमलिया रोड ऐसे ही मार्ग है जहां दुकानों का सामान बाहर रखा रहता है या फिर भारी वाहन खड़े रहते है। नागरिकों में सुनील कुमार,राजेंद्र पटैल सहित अन्य लोगों का कहना है कि सड़कें हों या काम्पलेक्स की गैलरी यह नागरिकों के लिए चलने के लिए बनाई जाती है जिससे उन्हें आने जाने में परेशानी न हो। लेकिन यहां सामान रखा जाता है। यह प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है। दुकानदार बड़े हो या छोटे जिसकों जहां मौका मिलता है वह अपनी दुकान का सामान निकालकर बाहर रख देता है। जिससे लोगों को आने जाने में दिक्कत होती है।
इनका कहना है-
तीन चार दिन पहले पालिथिन जप्ती की कार्रवाई के दौरान एक एक दुकानदार को अपनी दुकान का सामान अंदर रखने की समझाइश दी जा चुकी है। इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारी ने भी आदेश दिया है,एक या दो दिन में नगरपालिका की टीम द्वारा सड़क पर मिलने वाले दुकानों के सामान की जप्ती किये जाने की कार्रवाई की जायेगी।
पुष्पेश विश्वकर्मा इंजीनियर नगरपालिका करेली