शर्मा ने कहा कि भाजपा ने अपने 15 वर्ष के कार्यकाल में हर वर्ग के साथ किसानों के हितों के लिए कई ठोस कदम उठाये। भाजपा जब सत्ता में रहती है तो किसानो के लिए काम करती है और विपक्ष में अन्नदाता के लिए लड़ती है। शर्मा ने शुगर मिलों द्वारा किसानों के शोषण की प्रवृत्ति पर गहरा अफसोस जताते हुए इसके लिए कांग्रेस को दोषी बताया। स्थानीय भाजपा नेताओं ने कहा कि किसानों सहित हर वर्ग के लिए उनका संघर्ष जारी रहेगा। किसानों को वाजिब दाम मिले इसके लिए वे निरंतर लड़ाई लड़ते रहेंगे। कांग्रेस ने प्रति क्ंिवटल 50 रुपए गन्ने पर बोनस देने का वचन दिया था किन्तु बोनस तो दूर गन्ने का वाजिब दाम भी अन्नदाता को नहीं मिल रहा। कम से कम 325 रुपए प्रति क्विंटल गन्ने पर दिया जाये। युवाओं की बात रखते हुए कहा कि बेरोजगारों को प्रति माह चार हजार रुपये भत्ता देने की बात कांग्रेस ने की थी किन्तु यह बात भी किसान कर्ज माफी की तरह मात्र चुनावी नारा बनकर रह गया। प्रदर्शन में साधना स्थापक, हाकम सिंह, प्रहलाद मरैया, वीरेन्द्र फौजदार, महंत प्रीतमपुरी, डॉ. अनंत दुबे सहित बड़ी संख्या में भाजपा के पदाधिकारी व कार्यकर्ता एवं किसान शामिल हुए। भाजपा के प्रदर्शन को देखते हुए कलेक्ट्रेट मेें पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। यहां कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं की पुलिस से नोक झोंक भी हुई।