नरसिंहपुर

करवा चौथ: अखंड सौभाग्य के लिए सुहागिनों नें रखा निर्जल उपवास, चांद के दीदार को लगी टकटकी

-बाजार पूजन सामग्री से पटे-स्टाइलिश मेहंदी रचाने की होड़-सजना के लिए सजने ब्यूटी पार्लर पहुंचीं सुहागिनें

नरसिंहपुरOct 24, 2021 / 03:25 pm

Ajay Chaturvedi

करवा चौथ पर चलनी से चंद्र दर्शन (फाइल फोटो)

नरसिंहपुर. कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाए जाने वाले करवा चौथ का प्रचलन अब कहीं ज्यादा ही हो चला है। महानगरों से होता ये पर्व अब सुदूर गांवों तक में बेहद लोकप्रिय हो गया है। इतना ही नहीं इस पर्व पर अब सुहागिन ही नहीं कुमारी कन्याएं भी यह व्रत करने लगी हैं। तर्क ये कि इस व्रत के करने से योग्य वर की प्राप्ति होती है। अब तो कई घरों में पुरुष भी व्रत धारण करने लगे हैं। ऐसे में घर-घर में करवा चौथ की धूम है।
अब करवा चौथ है तो महिलाओं और युवतियों को सजने-संवरने, नए-नए आकर्षक परिधान पहनने का भी मौका है। लिहाजा ब्यूटी पार्लरों में भी अच्छी खासी भीड़ नजर आ रही है। वहीं स्टाइलिश अंदाज में मेहंदी रचाने के लिए एक्सपर्ट्स की तलाश। अब तो कई प्रतिष्ठान भी मेहंदी रचाने को विशेषज्ञों को बुला कर विशेष आयोजन करने लगे हैं। यानी ये कहा जाय कि घर से लेकर बाजार, गली-चौराहे हर तरफ करवा चौथ की धूम है।
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जिले की गाडरवारा तहसील में एक बैंक परिसर में शनिवार को मेहंदी रचाओ का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी तादाद में महिलाएं पहुंचीं और डिजाइनदार मेहंदी लगवाई। इन महिलाओं का कहना था कि यह पहला मौका है जब चौथ पूजन के लिए उन्हें मेहंदी लगवाने के लिए भटकना नहीं पड़ा। बैंक के मैनेजर सचिन वर्मा का कहना था कि इस बार आयोजन बेहतर रहा, अब अगले साल बड़ा आयोजन किया जाएगा। उधर चौथ के कारण जिले भर के ब्यूटी पार्लरों में महिलाओं की भीड़ दिखी। यही नहीं मेहंदी लगाने के एक्सपर्ट्स की भी चांदी रही।
बाजार में सजा करवा
आलम यह है कि बाजार रविवार साप्ताहिक बंदी के दिन भी गुलजार है। रंग-बिरंगे करवा और अन्य पूजन सामग्री की खरीदारी को महिलाओं की भीड़ नजर आ रही है। सड़क किनारे पटरियों पर आकर्षक करवा, भगवान शिव व माता पार्वती की कच्ची मिट्टी की प्रतिमाओं के स्टॉल सजे हैं। सुखद संयोग कि करवा चौथ रविवार यानी साप्ताहिक अवकाश के दिन पड़ा सो कामकाजी महिलाएं भी खुश हैं। उनमें खासा उत्साह है।

वैसे इस बार का करवा चौथ उन सुहागिनों के लिए खास महत्व वाला है जिनका विवाह हाल के कोरोना काल में हुआ था। वो भले ही लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण की मार के चलते विवाह के वक्त अपेक्षित साज-शृंगार न कर सकी हों, या वैवाहिक उत्सव को अच्छे से न मना पाई हों, उनके लिए अब करवा चौथ को सारी कमी दूर करने का मौका है।
अब खरीदारी तकरीबन पूरी हो चुकी है, बस इंतजार है शाम ढलने का जब व्रती महिलाएं दिन भर के निर्जल उपवास के बाद शाम ढलने और चंद्रमा के उदय होने पर रोहिणी नक्षत्र में चंद्र दर्शन व पूजन करने के बाद चलनी में चांद फिर पति का दीदार कर पति के हाथों से जल ग्रहण कर व्रत का पारण करेंगी। माना जाता है कि चंद्रमा की 27 पत्नियों में से सबसे प्रिय रोहिणी रहीं। ऐसे में करवा चौथ पर रोहिणी नक्षत्र में पूजन का विशेष महत्व है। चंद्रोदय के साथ रोहिणी नक्षत्र का होना सर्वमंगलकारी माना जाता है। वैसे रविवार की रात 1:02 बजे तक रोहिणी नक्षत्र है।
करवा चौथ पूजन का शुभ समय

शाम-6:55-8:51 बजे तक

अमृत मुहूर्त

शाम 7:18-8:54 बजे तक

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