वर्जन
चावरा विद्यापीठ के दो विद्यार्थी संक्रमित पाए गए हंै। इसकी सूचना के बाद आवश्यक कार्रवाई करते हुए जांच पंचनामा बनाकर आगामी आदेश तक स्कूल को बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं।
सत्यप्रकाश त्यागी,प्रभारी विकाखंड शिक्षाधिकारी करेली
तीनों स्कूलों में की जा रही कांटेक्ट ट्रेसिंग
प्रशासन अब इस बात की जांच कर रहा है कि तीनों स्कूलों में कोरोना से संक्रमित हुए शिक्षकों प्राचार्य के संपर्क में आने पर कितने लोग संक्रमित हुए हैं। फिलहाल एहतियात के तौर पर प्रत्यक्ष संपर्क में आए बच्चों, शिक्षकों को क्वारंटीन कर दिया गया है। इसके अलावा कांटेक्ट ट्रेसिंग भी की जा रही है। बताया गया है कि तीनों स्कूलों में शिक्षकों-बच्चों के संक्रमित मिलने के बाद यहां के परिसरों का सैनिटाइजेशन कराया गया है। किसी को भी परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा रही है।
जबलपुर से अपडाउन कर रही थीं प्राचार्य
बताया गया है कि नरसिंहपुर के अंतर्गत भैंसा गांव स्थित सरकारी माध्यमिक स्कूल में पदस्थ प्राचार्य जबलपुर निवासी हैं और वे अपडाउन कर रही थीं। प्राचार्य के संक्रमित होने के बाद यह अनुमान लगाया जा रहा है कि या तो वे आवागमन के दौरान कोविड संक्रमित हुईं या फिर जबलपुर में ही किसी कोरोना मरीज के संपर्क में आने से कोरोना की चपेट में आईं। बहरहाल प्राचार्य के कोविड पॉजिटिव होने के बाद उस स्कूल के सभी शिक्षकों उनके परिजनों स्कूल में पढऩे वाले बच्चों और उनके परिजनों की कोविड जांच अनिवार्य हो गई है।
सबसे बड़ा खतरा अपडाउनर्स से
कोविड की तीसरी लहर को लेकर सबसे बड़ा खतरा अपडाउनर्स से है। अपनी नौकरी व आजीविका के सिलसिले में कई लोग ट्रेन और बसों से अपडाउन कर रहे हैं। नरसिंहपुर स्टेशन पर ठहरने वाली कई ट्रेनें भोपाल मुंबई और बिहार व अन्य जगहों के लिए चलती हैं। इनमें अन्य प्रांतों के यात्री सफर करते हैं इनके संपर्क में आने पर अपडाउनर्स खुद संक्रमण का शिकार हो सकते हैं और सकंमित होने पर दूसरों को संक्रमित कर सकते हैं।