ग्रीष्मकाल में तेन्दूपत्ता तुड़ाई एवं संग्रहण का कार्य 10 मई से प्रारंभ होकर 31 मई तक लक्ष्य पूर्ति तक चलेगा। तेंदूपत्ता तुड़ाई का कार्य वन विभाग द्वारा गोटिटोरिया, सालीचौका, चीचली में समितियों द्वारा किया जा रहा है।
नरसिंहपुर•May 12, 2019 / 04:36 pm•
ajay khare
Tendu patta
वन समितियों में तेन्दूपत्ता तुड़ाई का कार्य जोरों पर
गाडरवारा। ग्रीष्मकाल में तेन्दूपत्ता तुड़ाई एवं संग्रहण का कार्य 10 मई से प्रारंभ होकर 31 मई तक लक्ष्य पूर्ति तक चलेगा। तेंदूपत्ता तुड़ाई का कार्य वन विभाग द्वारा गोटिटोरिया, सालीचौका, चीचली में समितियों द्वारा किया जा रहा है। तेन्दूपत्ता तुड़ाई का लक्ष्य इस वर्ष सालीचौका समिति द्वारा 1300 मानक बोरा का रखा गया है। वहीं गोटीटोरिया समिति द्वारा 2500 मानक बोरा का लक्ष्य रखा गया है। ऐसे ही चीचली समिति द्वारा 2100 मानक बोरा का लक्ष्य रखा गया है। तेन्दूपत्ता तुड़ाई एवं संग्रहण का कार्य वन विभाग के उपवन मंडलाधिकारी प्रमोद चौपड़े, वन परिक्षेत्र अधिकारी बीके गोस्वामी, नोडल अधिकारी गोटीटोरिया रामजी तिवारी वनपाल, नोडल अधिकारी चीचली विवेक तिवारी वनपाल, नोडल अधिकारी सालीचौका संतोष कौरव वनपाल की सतत निगरानी में किया जा रहा है। तेन्दूपत्ता संग्रहकों को नगद भुगतान किए जाने की व्यवस्था की गई है। उल्लेखनीय है कि जंगलों में पाया जाने वाला तेन्दू पत्ता गर्मी के मौसम में उत्पन्न होता है। जितनी ज्यादा लू चलेगी उतना ही अच्छा तेन्दूपत्ता होता है। तेन्दूपत्ते बीड़ी बनाने के काम में आते हैं और इनको देश के बीड़ी निर्माता टेंडर के माध्यम से खरीदते हैं। कहते हैं गर्मी के साथ लू चलने से तेन्दूपत्ता अच्छी क्वालिटी का होता है और इस वर्ष अच्छी गर्मी पडऩे से जंगलों में तेन्दूपत्ता अच्छा हुआ है। फिलहाल जंगली इलाकों में छोटे-छोटे बच्चों से लेकर बड़े बूढ़े तक तेन्दूपत्ता तोडऩे के काम में जुटे हैं, उक्त कार्य जोरों पर जारी है।
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