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कोर्ट बनी छावनी, तनाव के बीच शहर में पुलिस बल तैनात

locationनरसिंहपुरPublished: Apr 12, 2018 08:43:47 pm

Submitted by:

ajay khare

वकील पर हमले के आरोपियों को कोर्ट में पेश करते समय बिगड़े हालात

वकील पर हमले के आरोपियों को कोर्ट में पेश करते समय बिगड़े हालात

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नरसिंहपुर। जिला अस्पताल में इलाज कराने गए एक वकील और उसके बेटे पर बुधवार को हमले के तीन आरोपियों को भारी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश किया गया। बुधवार की घटना को लेकर जब वकील कोर्ट परिसर मेें प्रदर्शन कर रहे थे इसी बीच आरोपी पक्ष के कई लोगों के समूह के रूप में कोर्ट पहुंचने पर हालात बिगड़ गए। दोनों पक्षों के बीच मारपीट की नौबत आने पर पुलिस ने भारी मशक्कत के बाद स्थिति को नियंत्रण में किया। इस दौरान आधे शहर की दुकानें पुलिस ने सुरक्षा की दृष्टि से बंद करा दीं।
बुधवार को एडवोकेट पुष्पेंद्र बख्शी और उनके बेटे पृथ्वी सिंह बख्शी के साथ जिला अस्पताल में वाहन स्टैंड ठेकेदार के लोगों द्वारा बुरी तरह मारपीट की गई थी। कोतवाली थाना पुलिस ने आरोपी आमिर कुरेशी, दुर्गेश पारोचा एवं अन्य के खिलाफ धारा 323, 294, 506, 327, 34 आईपीसी के अंतर्गत मामला दर्ज किया था। इसी घटना को लेकर वकील आज कोर्ट परिसर में प्रदर्शन कर रहे थे। इसी दौरान आरोपियों के ४ साथी अचानक वहां पहुंच गए। जिससे माहौल गर्म हो गया। दोनों पक्ष उत्तेजित हो गए और थोड़ी ही देर में करीब १०० बाहरी लोग अदालत पहुंच गए जिससे माहौल भारी तनावपूर्ण हो गया। एडी.एसपी अभिषेक राजन ने मोर्चा संभाला जिसके बाद कोतवाली थाना टीआई अखिलेश दाहिया, एसडीओपी पंद्रो और पुलिस बल ने बाहरी लोगों को डंडे के बल पर वहां से खदेड़ा तब हालात नियंत्रण में हुए। एडवोकेट पुष्पेंद्र बख्शी और उनके बेटे पृथ्वी सिंह बख्शी के साथ मारपीट के आरोपियों आमिर कुरेशी, दुर्गेश पारोचा व एक अन्य को जब कोर्ट में पेश किया जा रहा था तब हालात काफी चिंताजनक हो चुके थे। पुलिस ने किसी तरह उन्हें सुरक्षित करते हुए कोर्ट में पेश किया।
पुलिस के खिलाफ की नारेबाजी
अदालत परिसर में प्रदर्शन के दौरान वकीलों ने कोतवाली थाना प्रभारी अखिलेश दाहिया के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बताया गया है कि वकीलों में जहां घटना को लेकर काफी आक्रोश था वहीं कोतवाली थाना प्रभारी की कार्यशैली को लेकर भी नाराजगी व्यक्त की। वकीलों का आरोप था कि राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रही थी पर वकीलों के आक्रोश को देखते हुए आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करना पड़ा। वकील इस बात से भी नाराज थे कि अभी तक पुलिस ने महज तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया जबकि वकील और उसके बेटे पर हमला करने वालों की संख्या आधा दर्जन थी।
बंद कराई दुकानें
घटना के बाद पुलिस ने एहतियात बरतते हुए कोर्ट परिसर के बाहर सभी दुकानें बंद कराईं। एडी. एसपी अभिषेक राजन के नेतृत्व में पुलिस ने कोर्ट से लेकर शनीचरा तक मार्च किया और दुकानें बंद कराईं।
इसके अलावा शहर के संवेदनशील जगहों पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया। खासतौर पर शनीचरा क्षेत्र में आरोपियों के घरों के आसपास विशेष तौर पर पुलिस मुस्तैद रही।

वर्जन
वकील और उनके बेटे के साथ मारपीट के तीन आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। आरोपियों को कोर्ट में पेश करते समय तनाव की स्थिति निर्मित हुई थी पर नियंत्रण कर लिया गया।
अभिषेक राजन,एडी.एसपी
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