मानसून में हुई देरी तो फसलों के होंगे ये हाल
नरसिंहपुरPublished: Jun 20, 2019 12:26:09 am
मानसून में हुई देरी तो फसलों के होंगे ये हाल
The delay in monsoon will be the result of the crops
नरसिंहपुर। अच्छी बरसात की उम्मीदों के बीच धीरे धीरे खिसक रहे मानसून की लेटलतीफी ने जिले में खरीफ सीजन की फसलों की बुआई की रफ्तार को प्रभावित कर दिया है। अभी तक प्रीमानूसन बारिश भी संतोषजनक न हो पाने के कारण किसान खेतों क ो जुताई करने के लिए टकटकी लगाकर मानसूनी बारिश का इंतजार कर रहे है। खरीफ की बुवाई की शुरुआत जून में मानसून के सक्रिय होने के साथ हो जाती है। लेकिन अभी तक जिले में एक भी बार भरपूर मानसूनी बारिश नही हुई है।
हालांकि मानसून की लेटलतीफी को देखते हुए जब तक 3-4 इंच बर्षा नही हो जाती तब तक बुआई नही की जाना चाहिए। गौरतलब है नरसिंहपुर जिला कृषि प्रधान होने के कारण यहंा बहुतायत में लोग खेती किसानी से जुड़े है। लिहाजा जिले में खरीफ की फसलों का रकबा भी काफी बड़ा है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान खरीफ सीजन में जिले में 1 लाख 90हजार 8 सौ हैक्टेयर अर्थात लगभग साढ़े चार लाख एकड़ में खरीफ फसलों की बुआई का लक्ष्य प्रस्तावित किये जाने की तैयारी कृषि विभाग कर रहा है।
सोयाबीन से मोहभंग, धान और अरहर की ओर रूझान-कुछ सालों पहले तक जिले में खरीफ की प्रमुख फसलों में शुमार सोयाबीन का उत्पादन विगत वर्षो से लगातार घटता गया। जिसके कारण इस वर्ष सोयाबीन की बजाए किसानों में अरहर और धान की ओर रूझान बढ़ता दिख रहा है। बताया गया है कि जिले में इस साल धान और अरहर का रकबा फिर बढ़ेगा और इस साल भी जिले में सोयाबीन का रकबा कम ही रहने के आसार हैं। कृषि विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक इस बार खरीफ फसल में धान की 53 हजार हेक्टेयर में बोवनी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जबकि अरहर की 55 हजार हेक्टयेर में बोवनी का लक्ष्य बनाया गया है। पिछले दो तीन साल से धान और अरहर के रकबे में काफी बढ़ोत्तरी हुई है। पिछले साल 52 हजार 6 सौ हेक्टेयर में धान की बोवनी हुई थी।