नरसिंहपुरPublished: Jan 27, 2019 05:35:28 pm
ajay khare
नरसरा की भागवत में उमड़ रहे श्रद्धालु
bhagwat
पनारी-गाडरवारा। ग्राम नरसरा में आयोजित संगीतमय श्रीमद भागवत महापुराण ज्ञानयज्ञ में राष्ट्रीय सन्त अतुलेशानन्द जी महाराज के द्वारा सप्त दिवसीय भागवत कथा में प्रवचन दिए जा रहे हैं। अपने बीते दिवस की कथा में बताया जय विजय जो कि शाप के कारण गज अर्थात हाथी और ग्राह अर्थात मगरमच्छ बन गए थे। जब गज पानी पीने सरोवर में आया तो ग्राह ने पकड़ लिया। कई वर्षों तक दोनों में लड़ाई होती रही। अंत में गज ने भगवान विष्णु से प्रार्थना की। इस पर गज की विनय सुन भगवान विष्णु ने प्रगट हो कर सुदर्शन चक्र से कार्तिक पूर्णिमा के दिन गज को ग्राह से मुक्त कराया। उन्होंने आगे बताया विष्णु भगवान संसार के पालनहार हैं, क्योंकि वह अपना दायित्व भली भांति जानते हैं। महाराज जी ने कालिदास, भक्त प्रहलाद के पौत्र दानवीर राजा बलि की कथा सुनाई। अपनी कथा में अतुलेशानंद जी ने प्रभु भक्ति, सत्संग पर जोर दिया। उसके उपरांत श्रीकृष्ण भगवान के विभिन्न स्वरूपों का वर्णन कथा के माध्यम से सुनाया। बाद में वन्दावन के कलाकारों द्वारा कृष्ण रास का मंचन किया गया। कथा सुनने आसपास के ग्रामो से भारी संख्या में महिलायें, पुरुष, बच्चे प्रतिदिन आ रहे हैं। कथा की पूर्णाहुति, भंडारा प्रसादी 29 जनवरी मंगलवार को होगी।