पूरे मामले में यह बात सामने आई है कि मरीज की मौत के बाद नपा के किसी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने परिजनों से यह कहा कि वे जाएं शव का अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा। परिजनों ने उसकी बात मान ली और अस्पताल प्र्रशासन से बात किए बिना अपने घर चले गए। नियमानुसार कोरोना मरीज के अंतिम संस्कार के लिए मृतक के एक परिजन को पीपीई किट देकर अंतिम संस्कार कराया जाता है। बहरहाल मृतक का अंतिम संस्कार करा दिया गया है।
मनोज ठाकुर,एडीएम
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वर्जन
कोरोना मरीज का अंतिम संस्कार नगर पालिका करती है। यह बात सामने आई है कि मरीज की मौत के बाद परिजन घर चले गए जिससे शव रखा रहा। आज फोन कर परिजनों को बुलाया गया। कोविड एम्बुलेंस से शव को दाह गृह भेजने की व्यवस्था की गई।
अनीता अग्रवाल, सिविल सर्जन
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