शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज
ज्योतिष एवं द्वारिका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज फ्रीडम फाइटर भी रहे हैं , देश के स्वतंत्रता आंदोलन में अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ लड़ाई लडऩे के कारण जेल भी गए। देश आजाद होने के बाद स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और दो पीठों के शंकराचार्य होने के कारण उनके दरबार में हमेशा ही देश के बड़े कांग्रेसी नेता अपनी हाजिरी लगाते रहे हैं। वैसे तो सभी दलों के नेता उनका आशीर्वाद लेने आते रहे पर कांग्रेसियों की उनमें ज्यादा ही आस्था रही है। प्राय: लोकसभा और विधानसभा चुनाव के समय बड़े कांग्रेसी नेता उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने व अनुष्ठान कराने आते हैं। कुछ मुलाकातें व अनुष्ठान गुप्त ही रहते हैं तो कुछ मीडिया की नजर में आ जाते हैं जो खबरें बन जाते हैं। प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, दिग्गी मंत्रिमंडल में केबिनेट ऊर्जा मंत्री रहे एनपी प्रजापति उनके प्रमुख कृपापात्रों में गिने जाते हैं। दिग्गी की नर्मदा यात्रा के समापन कार्यक्रम में शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज की प्रमुख उपस्थिति रही थी। सभा में सभी बड़े कांग्रेसी नेता मौजूद थे जिन्होंने महाराज की चरण वंदना कर आशीर्वाद लिया था। प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष बनने से पूर्व कमलनाथ भी उनसे आशीर्वाद लेने आए थे उन्होंने महाराज के सान्निध्य में विशेष पूजन अर्चन भी किया था।
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हरिहर महाराज
बरमान के पास सतधारा में नर्मदा तट पर आश्रम में निवास करने वाले हरिहर महाराज कांग्रेस और भाजपा नेताओं के बीच समान रूप से श्रद्धा भाव से पूजे जाते हैं। जिले के एक विधायक उनके विशेष शिष्य हैं तो कांग्रेस के एक प्रमुख नेता अपना जन्म दिन भंडारे के साथ उन्हीं के आश्रम में मनाते हैं । चुनाव में जीत का अशीर्वाद लेने के लिए नेताओं को उनके दरबार में हाजिरी लगाते देखा जा सकता है। कई बार हरिहर महाराज अपने प्रिय शिष्यों को कड़े शब्दों में भी आशीर्वाद देते सुने जाते हैं जिसे नेता उनका आशीर्वाद मान कर ग्रहण करते हैं।
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हीरापुर वाले षणमुखानंद महाराज
कई वर्षों तक नर्मदा के बीच एक नाव में कठोर तपस्या कर मां नर्मदा की कृपा प्राप्त करने वाले हीरापुर वाले षणमुखानंद महाराज के दरबार में चुनाव का समय आते ही नेताओं की उपस्थिति नजर आने लगती है। चुनाव में टिकट पक्की करने से लेकर जीतने तक के लिए नेता गण उनकी कृपा प्राप्त करने उनकी चरण वंदना करते नजर आते हैं। कहा जाता है कि भाजपा के एक बड़े नेता को उन्होंने बिना चुनाव लड़े सांसद बनने का आशीर्वाद दिया था जो राज्यसभा के लिए चुने गए। भाजपा और कांगे्रस के कई बड़े नेता व विधायक उनके दरबार में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने लगे हैं।
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श्रीबाबाश्री का विशेष दरबार
क्षेत्र में बाबाश्री की विशेष मान्यता है, सांसद प्रहलाद पटेल, मंत्री जालम सिंह पटेल और उनके खेमे से जुड़े कई लोग बाबाश्री के विशेष कृपापात्रों में शामिल हैं। चुनाव की बिगुल बजते ही बाबाश्री के दरबार में कई बड़े नेताओं की उपस्थिति नजर आने लगती है। श्रीबाबाश्री के नर्मदा किनारे कई जगहों पर आश्रम हैं पर उनका प्रमुख आश्रम बगासपुर में सत्य सरोवर आश्रम के नाम से है। इनके शिष्य गोल टीका लगाते हैं और अपने गुरु भाइयों के बीच अपने गोल टीका से पहचाने जाते हैं।
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